Movies Based On Mass Protest: नेपाल में चल रहे Gen-Z Protest की गूंज भारत में भी है। इस तरह के आंदोलनों को बॉलीवूड फिल्मों में भी दिखाया गया है। आज हम ऐसी ही मूवीज की बात करेंगे जनता का सरकार के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन दिखाया गया है।
Movies Based On Mass Protest: नेपाल में चल रहे Gen-Z Protest की चर्चा भारत में भी तेज है। इस आंदोलन ने नेपाल की सत्ता की नींव हिला दी है। बॉलीवूड में भी इस तरह की कई फिल्में बनी हैं, जिनमें जनता और सत्ता के खिलाफ जोरदार टकराव फिल्माया गया है। आज हम ऐसी ही Bollywood Movies के बारे में बात करेंगे। यदि Political Drama या Action Drama आपको पसंद है तो ये Movies आपको जरुर देखनी चाहिए, क्योंकि फिल्में सिर्फ कहानियां नहीं सुनातीं, बल्कि समाज को आईना भी दिखाती है।
Genre: राजनीतिक थ्रिलर (फीचर फिल्म)
2017 में रिलीज हुई इस फिल्म का निर्देशन मधुर भंडारकर (Madhur Bhandarkar) ने किया है। इसकी कहानी 1975-77 की इमरजेंसी (Emergency) के दौर पर आधारित है, जब इंदिरा गांधी सरकार ने देश में आपातकाल लगाया था। मूवी में मास प्रोटेस्ट को जनता की आवाज दबाने के खिलाफ उठे आंदोलनों के रूप में दिखाया गया है। विरोध प्रदर्शन (Protests) को सरकार की नीतियों और सेंसरशिप के खिलाफ जनता के संघर्ष के रूप में फिल्माया गया है। फिल्म में खास तौर से दिखाया गया है कि किस तरह इमरजेंसी में आम लोगों की आजादी छीनी गई और कैसे कुछ लोगों ने विरोध कर जनता के अधिकारों के लिए आवाज उठाई।
Genre: राजनीतिक ड्रामा (Political Drama)
'रंग दे बसंती' फिल्म का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया था। इसकी कहानी में कुछ कॉलेज के छात्र एक विदेशी छात्रा की डॉक्यूमेंट्री में स्वतंत्रता सेनानियों का रोल करते हैं। Acting करते-करते उनमें असली देशभक्ति और विद्रोह की भावना जाग उठती है। जब उनके एक दोस्त की मौत सरकारी भ्रष्टाचार के कारण होती है, तो ये युवा छात्र मास प्रोटेस्ट का रास्ता अपनाते हैं। हालात बिगड़ने पर वो सरकार और सिस्टम के खिलाफ कट्टर विरोध करते हैं। फिल्म में युवाओं की निराशा, गुस्से और बदलाव की चाह को रोमांचक अंदाज में पेश किया गया है।
Genre: Romantic Political Drama
आंधी रोमांटिक पॉलिटिकल फिल्म है, जो इंदिरा गांधी से मिलती-जुलती होने की वजह से तत्कालीन सरकार द्वारा बैन भी हुई थी। इसका निर्देशन गुलजार ने किया है। फिल्म की नायिका अर्ति देवी (सुचित्रा सेन) एक महिला नेता होती है, जो चुनावी राजनीति और व्यक्तिगत जीवन के बीच फंसी हुई दिखाई गई है। फिल्म में जनता के राजनीतिक असंतोष और आंदोलनकारी माहौल को दिखाया गया है। फिल्म उस दौर की याद दिलाती है, जब देश में जनता के बीच असंतोष, रैलियां और विरोध प्रदर्शन आम हो गए थे।
Genre: Biographical Social Drama
2016 में रिलीज हुई हिंदी फिल्म 'अन्ना' किसन बाबूराव 'अन्ना' हजारे के जीवन पर आधारित है। फिल्म में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और जनलोकपाल की मांग को Mass Movement (Protest) के रुप में दिखाया गया है। फिल्म में बताया गया है कि कैसे रामलीला मैदान में ऐतिहासिक जन-आंदोलन और भूख हड़ताल ने सत्ता को हिला दिया। निर्देशक शशांक उदापुरकर ने इस फिल्म को बनाया और खुद अन्ना हजारे की बेहतरीन भूमिका निभाई।
नेपाल सितंबर 2025 में 'Gen Z' आंदोलन से झुलस गया है। इसकी शुरुआत सोशल मीडिया-फेसबुक, YouTube, इंस्टाग्राम जैसे 26 प्लेटफॉर्म्स पर अचानक हुए प्रतिबंध से हुई। विरोध तेजी से भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ एक Mass Protest में बदल गया। कई शहरों में सरकार विरोधी रैलियां, संसद पर धावा और भयंकर जन आंदोलन चल रहा है। इसमें 23 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को इस्तीफ़ा देना पड़ा।
बता दें कि जिन फिल्मों के बारे में हमने बताया है, उनमें नेपाल जैसे आंदोलन पर आधारित फिल्म नहीं है, लेकिन सभी Movies में जोरदार मास प्रोटेस्ट और जन-आंदोलन दिखाया गया है।