Who Is Uzair Baloch: रणवीर सिंह की फिल्म धुरंधर जब से बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई है, तब से फैंस एक सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं। उज़ैर बलोच कौन है? ये फिल्म पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड के कुख्यात उज़ैर बलोच के हिंसक और उनके क्रूर अपराधों की कहानी को बड़े पर्दे पर लेकर आई हैं। वह ऐसा अपराधी था जिसकी कहानी सुनकर लोग हैरान हो रहे हैं।
Dhurandhar Film:रणवीर सिंह की फिल्म धुरंधर को देखकर लोग इसे साल 2025 की सबसे शानदार फिल्म बता रहे हैं। फिल्म को रिलीज हुए कुछ ही घंटे हुए है और दर्शक इसमें दिखाए गए किरदार उज़ैर बलोच के बारे में सर्च कर रहे हैं। यह एक ऐसा गैंगस्टर था जिसके क्रूर अपराधों की कहानी रूह कंपाने वाली है। धुरंधर में उज़ैर बलोच का किरदार दानिश पंडोर ने निभाया है। वह इससे पहले 'कितनी मोहब्बत है' और 'सेक्रेड गेम्स' जैसे कई शो और फिल्मों में देखा जा चुका है। आइये जानते हैं उज़ैर बलोच के बारे में...
उज़ैर बलोच का जन्म 11 जनवरी 1970 को कराची के ल्यारी इलाके में हुआ था। वह एक ट्रांसपोर्टर, फैज मोहम्मद का बेटा था। उजैर ने शुरुआत में एक आजाद उम्मीदवार के तौर पर राजनीति में कदम रखा था, लेकिन उसकी जिंदगी 2003 में पूरी तरह बदल गई। जब उनके पिता फैज मोहम्मद की बेरहमी से हत्या कर दी थी।
उजै़र ने पिता की हत्या का बदला लेने की कसम खाई थी। इसी बदले की आग में वह अपने चचेरे भाई रहमान डकैत के गैंग में शामिल हो गया और जल्द ही कराची के अंडरवर्ल्ड का सबसे खूंखार चेहरा बन गया था।
उज़ैर बलोच की कहानियां इतनी खौफनाक हैं कि उन्हें सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उस पर एक-दो नहीं, बल्कि 150 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों को मारने का आरोप था। इतना ही नहीं, यह भी आरोप था कि फिरौती की मांग पूरी न होने पर उसने 11 बिजनेसमैन को भी मार डाला था।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि बलोच के गैंग के पास मशीन गन और रॉकेट लॉन्चर जैसे आधुनिक हथियारों का एक बड़ा जखीरा था। उसकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह सीधे लोकल स्टेशन हाउस ऑफिसर और सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस से उनके अपॉइंटमेंट या ट्रांसफर के बारे में पूछताछ करता था।
उजै़र बलोच की एक बेहद क्रूर कहानी यह भी है कि बदले की कार्रवाई में वह अपने विरोधियों को पुलिस की गाड़ियों में किडनैप करवा लेता था और उनके कटे हुए सिर से फुटबॉल खेलता था। वह सिंध फिशरीज में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके करोड़ों रुपये कमाता था और वहीं उस पर ईरानी खुफिया अधिकारियों को गुप्त जानकारी देने का भी आरोप था।
2020 में, उजै़र को कराची की सेंट्रल जेल में 12 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह अपने कनेक्शन के दम पर बेल पर रिहा हो गया है, लेकिन फिलहाल वह मिलिट्री कोर्ट की सजा पूरी होने तक जेल में ही रहेगा।