Burhanpur- मध्यप्रदेश में एक कलेक्टर के खिलाफ अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। उन्हें जिले से हटाने की मांग करते हुए वकील धरने पर बैठ गए हैं।
Burhanpur- मध्यप्रदेश में एक कलेक्टर के खिलाफ अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। उन्हें जिले से हटाने की मांग करते हुए वकील धरने पर बैठ गए हैं। घटना बुरहानपुर की है जहां कलेक्टर हर्ष सिंह पर शासकीय अधिवक्ता के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया गया है। इससे नाराज अधिवक्ताओं ने कलेक्टर के खिलाफ धरना दे दिया। कलेक्टर हर्ष सिंह को जिले से हटाने की मांग की जा रही है। अधिवक्ताओं ने कलेक्टर न्यायालय में न्यायालयीन कार्य का बहिष्कार भी कर दिया है। इधर शासकीय अधिवक्ता से अभद्रता के संबंध में कलेक्टर हर्ष सिंह ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
आईएएस हर्ष सिंह ने नौ माह पूर्व ही बुरहानपुर में कलेक्टर का पदभार संभाला। उनको यहां डिंडोरी से ट्रांसफर किया गया था। 2015 बैच के आईएएस हर्ष सिंह ने कलेक्टर भव्या मित्तल का स्थान लिया था जिनको तब खरगोन ट्रांसफर कर दिया गया था।
बता दें कि चार दिन पहले ही बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय में बड़ा बवाल हुआ था। जिले में मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलने से नाराज़ केला किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी। कुछ प्रदर्शनकारी जबरन कलेक्टर कार्यालय में घुस गए और प्रवेश द्वार पर तोड़फोड़ कर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस मामले में पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा के भतीजे जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्षित ठाकुर सहित सात लोगों पर तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था। वहीं पुलिस ने करीब 80 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया।
बाद में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन कुछ लोगों के ग्रुप ने स्थिति बिगाड़ी और माहौल को अशांत करके कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि सरकारी संपंति को नुकसान पहुंचाना और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना गंभीर अपराध हैं लिहाजा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेशभर में इस मामले पर बवाल मचा था। अब अधिवक्ताओं द्वारा कलेक्टर हर्ष सिंह को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठने से बुरहानपुर फिर सुर्खियों में आ गया है। बताया जा रहा है कि अधिवक्ताओं को धरना खत्म करने की समझाइश दी जा रही है।