Defense Share: 7 मई से 21 मई तक भारत के डिफेंस स्टॉक्स में जबरदस्त तेजी देखी गई थी। इन शेयरों में अब काफी गिरावट आ रही है। कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अगले एक महीने तक चमके डिफेंस शेयरों की चमक कमजोर तिमाही नतीजों और भारी मुनाफावसूली ने फीकी कर दी है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद 7 मई से 21 मई के बीच 50% तक चढ़ने वाले डिफेंस शेयरों पर एक महीने से बीयर्स हावी हो गए हैं, जिससे इनके शेयरों में 23.2% तक गिरावट आई है। जुलाई में निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 11% लुढ़क चुका है और सोमवार को भी 2% की गिरावट आई।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर, नाटो की ओर से सैन्य खर्च बढ़ाने और इजरायल-ईरान जंग से डिफेंस शेयरों में तूफानी तेजी आई थी और इनका वैल्यूएशन काफी बढ़ गया था। पर अब जून तिमाही नतीजों से इनका रियल्टी चेक हो रहा है। इस बीच भारत-अमरीका ट्रेड डील को लेकर जारी अनिश्चितता से भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट जारी है।
भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को लगातार चौथे दिन गिरावट जारी है। भारत-ब्रिटेन एफटी के बावजूद भारत-अमरीका ट्रेड डील को लेकर जारी अनिश्चितता और ट्रंप टैरिफ की डेडलाइन नजदीक आने से पिछले एक सप्ताह में सेंसेक्स-2000 अंक और निफ्टी भी करीब 2% टूट चुका है। वहीं, जुलाई में अब तक सेंसेक्स-निफ्टी 3.6% टूट चुके हैं, जो जुलाई महीने में वर्ष 2019 के बाद की सबसे बड़ी मासिक गिरावट है।
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली, कंपनियों के उम्मीद के कमतर जून तिमाही नतीजे और आईटी शेयरों में जारी बिकवाली से बाजार का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। इससे सोमवार को सेंसक्स 572 अंक या 0.70% की गिरावट लेकर 80,891 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 156 अंक यानी 0.63% की गिरावट के साथ 24,680 पर बंद हुआ था। मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही गिरावट के साथ खुले हैं।