Starlink 10000 Satellites: स्पेसएक्स ने वांडेनबर्ग से 28 स्टारलिंक उपग्रह लॉन्च कर 10,000 का आंकड़ा पार किया।
Starlink 10000 Satellites: दिवाली पर हर जगह जगमगाहट है। ऐसे में कल्पना कीजिए, आकाश में 10,000 चमकते सितारे इंटरनेट बरसा रहे हों तो कैसा लगेगा! एलन मस्क (Elon Musk) की स्पेसएक्स ने ये सपना साकार कर दिखाया। 19 अक्टूबर को कैलिफोर्निया के वांडेनबर्ग बेस से फाल्कन 9 रॉकेट उड़ा, 28 स्टारलिंक उपग्रह (Starlink 10000 Satellites) ले गया। बस, कुल 10,000 का आंकड़ा पार! मस्क ने एक्स पर चिल्लाया, "टीम को बधाई! अब स्पेसएक्स (SpaceX Falcon 9 Launch 2025) के पास सबसे ज्यादा सैटेलाइट्स हैं।" ये मील का पत्थर है, दुनिया के कोने-कोने में तेज नेट पहुंचेगा। IANS की रिपोर्ट में ये स्पेस क्रांति का नया दौर कहा गया।
ये लॉन्च 2025 का 132वां फाल्कन मिशन था। पिछले साल के रिकॉर्ड की बराबरी! लेकिन 2 महीने बाकी हैं – नया रिकॉर्ड तोड़ना पक्का। स्टारलिंक ने एक्स पर बोला, "10,000+ उपग्रहों से लाखों लोगों को हाई-स्पीड नेट मिल रहा।" 2018 में टिंटिन A-B से शुरू हुआ सफर, आज 8,000+ एक्टिव। हर 5 साल में नए लॉन्च। मस्क की टीम ने कहा, "दुनिया बदल रही!" भारत जैसे देशों में ग्रामीण इलाके अब कनेक्ट होंगे।
स्टारलिंक क्या कमाल है? पृथ्वी के निचले कक्ष में उपग्रहों का विशाल जाल! जहां फाइबर नहीं पहुंचता – जंगल, पहाड़, युद्ध क्षेत्र – वहां ये जादू करता। 150+ देशों में सर्विस, भारत को भी हरी झंडी। 12,000 तक मंजूर, प्लान 30,000+ का। दूरदराज गांवों में ऑनलाइन क्लास, हेल्थकेयर, बिजनेस संभव। स्टारलिंक ने लाखों जिंदगियां जोड़ीं। मस्क का विजन: हर इंसान कनेक्टेड है!
स्टारशिप की 13 अक्टूबर को 11वीं टेस्ट फ्लाइट सुपरहिट होगी! टेक्सास स्टारबेस से उड़ी, 1 घंटे+ उड़ान के बाद हिंद महासागर में सॉफ्ट लैंडिंग की। अगस्त में फ्लाइट 10 ने भी स्प्लैशडाउन किया। इस साल की फेल्योर चेन ब्रेक – अब सिर्फ जीत! स्टारशिप मंगल का टिकट है, लेकिन स्टारलिंक को बूस्ट दे रहा। यह स्पेसएक्स का डबल अटैक कमाल है!
10,000 उपग्रहों से इंटरनेट लोकतंत्र बनेगा। ग्रामीण भारत, अफ्रीका के गांव – सब चमकेंगे। मस्क का शुक्रिया टीम को सच्चा लगा। क्या स्टारलिंक भारत में रेवोल्यूशन लाएगा? कमेंट शेयर करें। 30,000 का सफर शुरू हो गया है! ( इनपुट:IANS)