चेन्नई बीच, एगमोर और कोडम्बाक्कम रेलवे स्टेशनों के बीच नए रेलवे ट्रैक के निर्माण के कारण रविवार को दक्षिण रेलवे ने ईएमयू सेवाएं शाम चार बजे तक निरस्त कर दी थी। इसका व्यापक असर सड़क मार्ग पर देखने को मिला, जहां स्टेशनों पर वीराना था, वहीं तपती धूप में बसों के इंतजार में लोगों को खासी मुश्किलें हुईं।
चेन्नई बीच, एगमोर और कोडम्बाक्कम रेलवे स्टेशनों के बीच नए रेलवे ट्रैक के निर्माण के कारण रविवार को दक्षिण रेलवे ने ईएमयू सेवाएं शाम चार बजे तक निरस्त कर दी थी। इसका व्यापक असर सड़क मार्ग पर देखने को मिला, जहां स्टेशनों पर वीराना था, वहीं तपती धूप में बसों के इंतजार में लोगों को खासी मुश्किलें हुईं। दक्षिण रेलवे ने ट्रैक कार्य के चलते घोषणा की थी कि चेन्नई बीच रेलवे स्टेशन से तांबरम और चेंगलपेट खंड की ट्रेनें सुबह 05.10 बजे से शाम 04.10 बजे तक रद्द रहेंगी और चेन्नई कोडम्बाक्कम रेलवे स्टेशन से तांबरम/चेंगलपेट तक ट्रेनें संचालित की जाएंगी। एंड टू एंड स्टेशन तक सेवाएं नहीं होने की वजह से रेल यात्रियों को तकलीफों का सामना करना पड़ा।
वहीं, महानगर परिवहन निगम ने इन मार्गों पर अतिरिक्त बस सेवाएं संचालित कीं लेकिन वे भी नाकाफी रहीं। निगम अधिकारियों के अनुसार ताम्बरम से ब्रॉडवे तक 25 बस, किलांबक्कम बस टर्मिनल से ब्रॉडवे तक 20 तथा पल्लावरम बस टर्मिनल से चेंगलपेट तक पांच बसों की अतिरिक्त सेवाएं दिन भर दौड़ती रहीं। दिनभर की भागदौड़ के बाद शाम को ईएमयू सेवाएं सुचारू होने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। बता दें कि ईएमयू नेटवर्क प्रमुख कारोबारी क्षेत्रों तक की आवाजाही को न केवल सरल और त्वरित करता है बल्कि बसों की तुलना में यह सस्ता भी है।
इस बीच, ताम्बरम जीएसटी रोड पर भारी यातायात जाम लगा रहा है। ट्रेन सेवाएं नहीं होने की वजह से लोगों ने निजी वाहनों का बहुधा उपयोग किया इस वजह से ताम्बरम में वाहनों की रेलमपेल दिखाई दी और जीएसटी की चौड़ाई घट गई। ताम्बरम फ्लाईओवर पर भी वाहनों की कतारें देखी गईं और यातायात पुलिसकर्मियों को यातायात नियमन करते देखा गया।
चेन्नई बीच और चेन्नई एग्मोर स्टेशनों के बीच नवनिर्मित ब्रॉड गेज विद्युतीकृत चौथी लाइन का दक्षिण सर्किल, बेंगलूरु के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए.एम. चौधरी ने रविवार को निरीक्षण किया। इस खंड में हाई-स्पीड ट्रायल रन भी हुआ। उनकी मंजूरी के बाद यह लाइन देश को समर्पित कर दी जाएगी और इस पर पहले की तरह आवाजाही शुरू होने से अतिरिक्त रेल सेवाएं संचालित की जा सकेंगी।