Rape- मध्यप्रदेश में एक ऐसा आपराधिक मामला सामने आया है जिसने न केवल दांपत्य जीवन की पवित्रता भंग की बल्कि मित्रता के भाव भी मिटा देने का काम किया है।
Rape- मध्यप्रदेश में एक ऐसा आपराधिक मामला सामने आया है जिसने न केवल दांपत्य जीवन की पवित्रता भंग की बल्कि मित्रता के भाव भी मिटा देने का काम किया है। राज्य के छतरपुर में यह वारदात हुई। यहां पति ने ही अपनी पत्नी को दोस्तों के हवाले कर दिया। गैंगरेप के बाद उसे सड़क पर तड़पता छोड़ गए। पत्नी का आरोप है कि उसे मोमोज में नशा दिया गया जिसके बाद सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया गया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने गैंगरेप का केस दर्ज कर लिया है। हालांकि मामले में एक और पेंच सामने आया है। सिविल लाइन पुलिस बता रही है कि पीड़ित युवती इससे पहले भी कई बार गैंगरेप का केस दर्ज करा चुकी है। थाना प्रभारी के मुताबिक पीड़िता द्वारा कोर्ट में बयान नहीं देने पर आरोपी बरी भी हो चुके हैं।
9 सितंबर को छतरपुर सागर हाईवे पर पुलिस को एक युवती बेसुध मिली थी, जिसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उसे जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया था। होश में आने पर युवती ने बताया कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है।
सिविल लाइन थाना में युवती ने शिकायत दर्ज कराई जिसमें बताया कि पति ने उसे बाजार में मोमोज खिलाए। इसमें नशा मिला था जिससे वह बेसुध हो गई। तब पति के दोस्तों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर हाथ पैर बांधकर हाईवे पर पटक गए।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने पति और उसके दोस्तों पर सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया है। कुल तीन आरोपियों पर गैंगरेप का आरोप है।
हैरतअंगेज बात ये है कि पीड़िता के साथ पहले भी 3 बार गैंगरेप हो चुका है। उसने दमोह, गुलगंज और बिजावर में दुष्कर्म और मारपीट के केस दर्ज कराए। सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीक चौबे बताया कि युवती ने गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया पर बयान नहीं देने पर आरोपी कोर्ट से बरी हो गए।