जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हाल ही में हुई बर्फबारी और बारिश के कारण ठंडी हवाएं मध्य प्रदेश की ओर बढ़ी हैं, जिससे राज्य में तापमान में गिरावट आई है। इन ठंडी हवाओं का मुख्य कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और बारिश है, जो मौसम में बदलाव का कारण बनीं।
MP Weather : मौसम ने एक बार फिर करवट ली है और ठंड बढ़ गई है। उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से तापमान में गिरावट आई है। गुरुवार को छतरपुर में न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया, जो इस मार्च माह में अब तक का सबसे कम तापमान था। अधिकतम तापमान 31 डिग्री के पास आने से दिन में भी हल्की ठंड महसूस की गई। खासकर सुबह शाम लोगों को एक बार फिर गर्म कपड़े पहनने पड़े। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि शुक्रवार से तापमान में वृद्धि की संभावना है।
वास्तव में, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हाल ही में हुई बर्फबारी और बारिश के कारण ठंडी हवाएं मध्य प्रदेश की ओर बढ़ी हैं, जिससे राज्य में तापमान में गिरावट आई है। इन ठंडी हवाओं का मुख्य कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और बारिश है, जो मौसम में बदलाव का कारण बनीं। मौसम में इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण उत्तरी हवाओं का रुख है। किसी भी प्रमुख मौसम प्रणाली के सक्रिय न होने के कारण हवाएं उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा से आ रही हैं। ये सर्द हवाएं, जो उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही हैं, तापमान में गिरावट का कारण बन रही हैं। इसके प्रभाव से प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट देखी गई।
हालांकि, 9 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ(Western Disturbance) उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है, और इस बदलाव से मध्य प्रदेश में गर्मी का अहसास हो सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ फिर से मौसम में बदलाव का एक नया कारण बनेगा, जिससे आने वाले दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इस मौसमीय बदलाव के चलते लोग ठंड के असर से बचने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं और आगामी दिनों में मौसम में बदलाव की आशंका को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।