MP News: एमआईसी की बैठक में कुल 32 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए जमीन बेचने के एक प्रस्ताव को छोड़कर बाकी 31 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई।
Development Proposals Approved: छिंदवाड़ा नगर निगम के स्वच्छता बेड़े में सड़कों को साफ करने के लिए अब यांत्रिकी झाडू शामिल होगी। इसके साथ ही डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए डीजल चलित कचरा कलेक्शन वाहनों का स्थान 80 इलेक्ट्रिक वाहन लेंगे। महापौर की अध्यक्षता में हुई एमआईसी की बैठक में कुल 32 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। एक प्रस्ताव परतला हाउसिंग प्रोजेक्ट की भूमि विक्रय को छोड़कर अन्य 31 प्रस्तावों को स्वीकृति दे दी गई। (mp news)
कचरा कलेक्शन इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रस्ताव तैयार कर चुका है, एक ई-वाहन की लागत लगभग 12 लाख रुपए होगी। इससे डीजल की बचत होगी और प्रदूषण कम होगा। बैठक में जामुनझिरी में रिक्त लगभग 15 एकड़ भूमि में 300 बसों की क्षमता वाला बस टर्मिनल (Bus Terninal), दो-चार पहिया पार्किंग, सहित सुव्यस्थित टाउनशिप का विकास किया जाएगा।
अर्बन चैलेंज फंड के माध्यम से इस प्रोजेक्ट से निगम के 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जबकि 400 करोड़ रुपए की आय होगी। शासन से 25 फीसद राशि मिलेगी। शेष कार्य निकाय स्वयं के व्यय, पीपीपी मॉडल, बांड या बैंक लोन के माध्यम से करेगा। प्रोजेक्ट की समय सीमा 5 वर्ष रखी गई है।
नगर निगम में हुई मेयर इन कौंसिल की बैठक में पारित प्रस्तावों पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। नगर निगम अध्यक्ष सोनू मागो, नेता प्रतिपक्ष हंसा दाड़े तथा कांग्रेस पार्षद दल के सदस्यों ने महापौर के साथ ही ननि अधिकारियों कई आरोप लगाए है। ननि अध्यक्ष सोनू मागों ने कहा कि महापौर ही निगम के खर्चे का हिसाब-किताब पूछ रहे हैं और उन्हें निगम के बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है।
एमआईसी में ऐसे कई मुद्दे शामिल पर किए गए है जिससे जनता को गुमराह किया जा रहा है। जनता से जुड़े मुद्दों से नगर निगम का कोई वास्ता नहीं है। आरोप लगाया कि ट्रांसपोर्ट नगर में बिना टेंडर के ही एक बार फिर से काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही परतला प्रोजेक्ट के पैसे वापस नहीं करने का मामला भी उठाया, पार्षदों ने कहा कि नगर निगम को हितग्राहियों के पैसे वापस करने हैं, इसे एमआईसी में पास किया जाना चाहिए।
जेल बगीचा मैदान की लगभग साढ़े 4 एकड़ भूमि में से 2 एकड़ भूमि में गीता भवन बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा यहां पुस्तकालय, नगर निगम कार्यालय स्थानीय दुकान केंद्र, सिटी सेंटर, ऑडिटोरियम, और कैफेटेरिया सहित विभिन्न सार्वजनिक सुविधाओं के निर्माण का भी निर्णय लिया गया।
भरतादेव पार्क के जीर्णोद्धार और संचालन को पीपीपी मॉडल पर देने तथा शहर के मुख्य मार्ग-चौराहों पर पिंक टॉयलेट और सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण व संचालन को भी मंजूरी दी गई। महापौर विक्रम अहके की अध्यक्षता में
हुई बैठक में निगम आयुक्त चंद्र प्रकाश राय, उपायुक्त आरएस बाथम, कमलेश निगुणकर सहित सभापति प्रवीणा अल्डक, नमिता सक्सेना, राहुल उइके, संजीव यादव, चंद्रभान देवरे, प्रमोद शर्मा. बलराम साहू, शिल्पा पहाड़े, सुनीता पाटिल, अरुणा कुशवाहा, शामिल रहे। (mp news)