MP News: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में फिर सामने आया हैवानियत का मामला, आदिवासी युवक को जमकर पीटा, तीन गांवों के ग्रामीण सड़क पर, किया चक्काजाम, मौके पर पहुंची एमपी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी...
MP News: मध्य प्रदेश के छिंदवाडा़ जिले के हर्रई क्षेत्र में आदिवासी युवक के साथ अमानवीयता का शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां युवक का ढाबा संचालक के साथ झगड़ा हो गया। युवक ने मारपीट की शिकायत के बाद मुंह पर गुटखा थूकने और पेशाब पिलाने की कोशिश का भी आरोप लगाया है।
घटना के विरोध में तीन गांवों के ग्रामीणों ने नरसिंहपुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास किया। अधिकारियों ने निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया।
जानकारी के अनुसार ग्राम तुइयापानी में राजा चौकसे ढाबा संचालित करता है। वहीं, सामने ही राजकुमार बट्टी नामक युवक भी अपना ढाबा चलाता है। दोनों ढाबे आमने-सामने होने के कारण आपसी रंजिश लंबे समय से चली आ रही थी। रविवार देर रात राजा चौकसे ने राजकुमार के साथ मारपीट की थी। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने राजा चौकसे के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया। राजकुमार ने आरोप लगाया कि उसे गांव के रंगमंच में ले जाकर बुरी तरह पीटा गया, उसके मुंह पर गुटखा थूका गया और पेशाब पिलाने की कोशिश की गई। युवक ने अपने शरीर पर मौजूद चोटों के निशान भी पुलिस को दिखाए हैं।
राजा चौकसे के थाने से रिहा होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। तीन गांवों के लोगों ने बैठक कर सामूहिक निर्णय लिया और नरसिंहपुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि आरोपी ने नरसिंहपुर के कुछ बदमाशों को बुलाकर युवक को पीटा और उसके साथ बर्बरता की, फिर भी पुलिस ने केवल साधारण धाराओं में मामला दर्ज किया। ग्रामीणों का कहना है कि इस कृत्य में राजा चौकसे के साथ अन्य लोग भी शामिल थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने मांग की कि सभी आरोपियों पर अमानवीयता और अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जाए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी आयुष गुप्ता, तहसीलदार सहित तीन थानों का पुलिस बल हर्रई पहुंचा। अधिकारियों ने ग्रामीणों से चर्चा कर उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और चक्काजाम समाप्त हुआ।
यह मामला शुरू में केवल मारपीट का था और पुलिस ने उसी आधार पर प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। शिकायत के समय युवक ने अमानवीयता जैसी कोई बात नहीं बताई थी। अब ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस मामले की दोबारा जांच कर रही है। दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
-अजय पांडे, पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा