Rajasthan News: चित्तौडग़ढ़ जिले के कपासन में सूरज माली पर जानलेवा हमले के मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की चेतावनी के बाद पीडि़त के परिजनों की मांगों पर सहमति बन गई है।
Rajasthan News: चित्तौडग़ढ़ जिले के कपासन थाना क्षेत्र में सूरज माली पर जानलेवा हमले के मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से चित्तौडग़ढ़ कूच करने की चेतावनी देने के बाद पीडि़त के परिजनों की मांगों पर सहमति बन गई है। इसके बाद पिछले कई दिनों से चला आ रहा धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया है।
कपासन की उप नगरीय बस्ती भूपालखेड़ा निवासी सूरज माली ने पिछले दिनों नगर के राजेश्वर तालाब में पानी लाने का चुनावी वादा याद दिलाने के लिए कपासन विधायक को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया था। इसके बाद उस पर प्राणघातक हमला हो गया था। सूरज ने विधायक के इशारे पर हमला होने का आरोप लगाया था।
इसके बाद यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया। लोगों के सहयोग से कांग्रेस नेता पिछले 13 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस मुख्य आरोपी व उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। शनिवार को नागौर सांसद व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल कपासन पहुंचे और धरना-प्रदर्शन का मोर्चा संभालते हुए सूरज के परिजनों व लोगों की मांगें पूरी करने की बात आगे बढ़ाते हुए इस मामले में राज्य सरकार को घेरा था।
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गई तो रविवार को चित्तौडग़ढ़ कूच किया जाएगा और कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन होगा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इस चेतावनी के बाद अलर्ट मोड पर आ गए। यहां कलक्ट्रेट के बाहर बेरिकेट्स लगा दिए गए और पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने भारी संख्या में पुलिस बल को ब्रिफिंग करते हुए निर्देश दिए कि किसी भी हालत में कानून-व्यवस्था नहीं बिगडऩी चाहिए।
रविवार को सुबह अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन प्रभा गौतम और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सरिता सिंह कपासन पहुंचे। वहां पर्याप्त जापता तैनात किया गया। सरकार की तरफ से एडीएम, एएसपी ने सांसद बेनीवाल व उसके परिजनों के साथ वार्ता शुरू की।
अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन चित्तौडग़ढ़ प्रभा गौतम व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला मुख्यालय सरिता सिंह ने बताया कि वार्ता में सूरज माली के परिवार से एक व्यक्ति को संविदा पर नौकरी देने, 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, नगर पालिका क्षेत्र में सूरज के परिवार को दुकान का आवंटन करने, पूरे मामले की जांच एसओजी से करवाने, सूरज के उपचार पर खर्च होने वाली पूरी राशि का पुनर्भरण करने के साथ ही संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर मामले की जांच करवाने पर सहमति बनी है। इसके बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त हो गया है।
इससे पहले सांसद बेनीवाल ने धरने को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां भी अन्याय होगा, वहां पीडि़त को न्याय दिलवाने के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अग्रिम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं और कानून व्यवस्था चौपट हो रखी है। सूरज माली के मामले में एक विधायक का नाम आ रहा है। इसलिए बिना किसी दबाव के निष्पक्ष जांच के लिए एसओजी को जांच दिलवाई है।
गौरतलब है कि सूरज माली पर हमले के मामले में पत्रिका ने प्रमुखता के साथ समाचारों का प्रकाशन किया था। इसके बाद राजनीतिक दलों ने लोगों के सहयोग से धरना-प्रदर्शन का मोर्चा संभाला। रविवार को आखिर पीडि़त युवक के परिजनों की मांगें मान ली गई।