Fake Ghee Making Factory Exposed: राजस्थान के चूरू जिले में एजीटीएफ टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली घी बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का भंड़ाभोड़ किया है।
सालासर। राजस्थान के चूरू जिले में खाद्य मिलावट के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत एजीटीएफ टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली घी बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का भंड़ाभोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में मिलावटी घी, घी निर्माण में प्रयुक्त किया केमिकल एवं पैकिंग सामग्री जब्त की गई है। प्रशिक्षु आईपीएस एवं एजीटीएफ प्रभारी अभिजीत पाटील ने बताया कि गुरुवार देर रात यह कार्रवाई की गई।
पाटील ने बताया कि टीम की ओर से सालासर के शोभासर पुलिया के पास एनएच-58 स्थित एक होटल/ढाबा परिसर पर दबिश दी गई, जहां अवैध रूप से नकली घी तैयार करने की गतिविधि संचालित की जा रही थी। मौके से घी बनाने वाले केमिकल से भरे 200-200 लीटर के 17-18 ड्रम, घी पैकिंग के 414 टिनशेड डिब्बे तथा अन्य केमिकल से भरे 17-18 अतिरिक्त ड्रम बरामद किए गए। कार्रवाई के दौरान करीब 7500 लीटर संदिग्ध घी जब्त किया गया, जिसका उपयोग खाद्य पदार्थों एवं मिठाइयों के निर्माण में किए जाने की आशंका है।
आईपीएस पाटील ने बताया कि होटल के खिलाफ वर्ष 2022 में भी नकली घी बनाने को लेकर कार्रवाई की गई थी। होटल की आड़ में करीब 5-6 सालों से नकली घी बनाने का काम चल रहा था।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार होटल से जो केमिकल बरामद हुआ है, उससे हर माह करीब 30 हजार लीटर अवैध घी बनाया जाता था। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाजार में हजारों लीटर अवैध घी सप्लाई किया जा चुका हो।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह पूरी गतिविधि बिना किसी वैधानिक लाइसेंस, बिना खाद्य सुरक्षा मानकों एवं नियमों के संचालित की जा रही थी, जिससे आमजन के स्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ होने की प्रबल आशंका जताई जा रही है। जांच में यह भी पाया गया कि होटल/ढाबे की आड़ में यह अवैध कार्य योजनाबद्ध एवं संगठित तरीके से किया जा रहा था।
कार्रवाई के दौरान टीम की ओर से तत्काल खाद्य सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। विभागीय टीम ने मौके पर पहुंचकर संदिग्ध खाद्य पदार्थों के नमूने विधिवत लेकर प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे तथा शेष सामग्री को नियमानुसार जब्त कर सील किया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एजीटीएफ टीम एवं खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से संयुक्त रूप से आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
प्रयोगशाला रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपियों के विरुद्ध खाद्य मिलावट, धोखाधड़ी एवं जनस्वास्थ्य को खतरे में डालने से संबंधित धाराओं में कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। टीम ने स्पष्ट संदेश दिया है कि जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले व्यक्तियों एवं संगठित अवैध गतिविधियों में लिप्त तत्वों के विरुद्ध सख्त और निरंतर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।