Sunil Gavaskar: पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा कि यदि दोनों देशों के बीच तनाव इसी तरह से चरम पर रहता है तो इस वर्ष होने वाले एशिया कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की भागीदारी बेहद मुश्किल है।
Sunil Gavaskar on Pakistan in Asia Cup: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के लिए भारत सरकार की ओर से कई बड़े कूटनीतिक कदम उठाए गए हैं। एक तरफ भारत सरकार ने जहां पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया है, वहीं पड़ोसी मुल्क से सीधे आयात और निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इतना ही नहीं, भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा भी रद्द करने, कई पाकिस्तानी यूट्यूबर, पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेटरों के सोशल मीडिया एकाउंट पर बैन करने समेत कई बड़े फैसले लिए हैं। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और युद्ध की आहट को देखते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बड़ा अहम बयान दिया है।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, यदि दोनों देशों के बीच तनाव इसी तरह से चरम पर रहता है तो इस वर्ष होने वाले एशिया कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की भागीदारी बेहद मुश्किल है। अब वह एशिया कप में पाकिस्तान को नहीं देख रहे हैं। उनका मानना है कि बगैर पाकिस्तान के एशिया कप का आयोजन हो सकता है। तीन या चार देश मिलकर एशिया कप को ट्राई नेशन फॉर्मेट में खेल सकते हैं। इसमें हांगकांग और यूएई को भी शामिल कर सकते हैं। एशियाई क्रिकेट काउंसिल इसको लेकर कुछ ऐसा कदम उठा सकती है। बांग्लादेश, भारत और श्रीलंका में टूर्नामेंट हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो मुझे कोई हैरानी नहीं होगी।
दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने यह भी कहा, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हमेशा वहीं किया है, जैसा भारत सरकार ने उससे कहा है। मुझे नहीं लगता कि एशिया कप में इससे हटकर कुछ अलग होगा। इस बार भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से मेजबान हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि चीजे सही हो जाती हैं या नहीं। चीजें सही नहीं होती हैं तो मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान एशिया कप का हिस्सा होगा।
पूर्व भारतीय कप्तान ने यह भी कहा कि मुझे नहीं पता कि यह कैसे होगा। हो सकता है कि एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) को भंग कर दिया जाए और आप केवल तीन देशों का दौरा कर सकते हैं, जिसमें तीन देशों का टूर्नामेंट हो सकता है, या चार देशों का टूर्नामेंट हो सकता है, जिसमें हांगकांग या यूएई को आमंत्रित किया जा सकता है। तो ऐसा हो सकता है, एशियाई क्रिकेट परिषद को भंग किया जा सकता है। लेकिन मुझे लगता है कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि अगले कुछ महीनों में क्या होता है।
यहां यह बता दें कि 2012 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई है। भारत ने आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा 2005-06 में किया था। तब से भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट में एक-दूसरे के खिलाफ नजर आती है।