जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मलिक टीम इंडिया में वापसी की कोशिशों में जुटे हुए हैं। इसके लिए वे धीमी बॉलिंग और तेज यॉर्कर पर काम कर रहे हैं।
Umran Malik: स्पीड स्टार उमरान मलिक चोट से उबरने के बाद भारतीय टीम में वापसी को आतुर है। इसके लिए वे 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकने के अलावा धीमी बॉलिंग और तेज यॉर्कर पर जमकर पसीना बहा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के खिलाफ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मैच की समाप्ति के बाद जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज ने कहा, मैं बता दूं कि जो 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग करते हैं, वे स्ट्राइक नहीं बल्कि अटैकिंग बॉलर होते हैं। चार ओवर में 30 रन देंगे लेकिन वे आपको विकेट भी निकालकर देंगे। हर कोई 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग नहीं कर सकता। ऐसा करने के लिए हिम्मत चाहिए। मैं पिछले 5 वर्षों से यह कर रहा हूं।
उन्होंने आगे कहा कि 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना एक कला है। ट्रेनिंग करो, चाहे जो करो, इस गति से बॉलिंग करना प्राकृतिक है। यह स्वाभाविक है। उस हिसाब से खुद को ट्रेन करने, आराम करने, शरीर को तरोताजा रखने की जरूरत होती है, जिससे आप कल के लिए तैयार रहें। स्पीड मेरा प्राकृतिक पहलू है। उससे मैं कैसे समझौता कर सकता हूं। मुझे अपनी ताकत पानी है।
उमरान मलिक आईपीएल 2024 में 156.7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग की थी। तब से वे कई चोटों और बीमारियों से जूझे। उन्होंने कहा उन्हें अपनी काबिलियत और भविष्य को लेकर किसी तरह का शक है। मुझे पता है कि मैं अच्छा करूंगा। भारतीय टीम में वापसी करने में सफल होऊंगा। 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाला मैं अकेला गेंदबाज हूं। मैं धीमी बॉलिंग और यॉर्कर पर भी काम कर रहा हूं। मैं रेड बॉल क्रिकेट में भी ऐसा ही कर रहा हूं।
आपको बता दें कि उमरान मलिक ने भारत के लिए 10 वनडे मैच में 6.54 की इकॉनमी से कुल 13 विकेट चटकाए थे। उन्होंने 8 टी-20 इंटरनेशनल मैच में उन्होंने 10.48 की इकॉनमी से कुल 11 विकेट झटके हैं।