मुख्य कोच गौतम गंभीर ने स्वीकार किया है कि आगामी टी-20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए टीम इंडिया को अभी बहुत कुछ करना है। टीम अभी उस स्थिति में नहीं पहुंची है, जहां वह जाना चाहती है।
Gautam Gambhir on Team India: आईसीसी पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2026 का आयोजन अगले साल होना है। इस टूर्नामेंट को लेकर सभी टीमें अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी बीच टीम इंडिया के मुख्य कोच ने बीसीसीआई टीवी (bcci.tv) को इंटरव्यू दिया, जिसको लेकर खलबली मच गई है। दरअसल, 44 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर और टीम इंडिया कोच ने कहा, उनकी टीम अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारियों के मामले में अभी उस स्थिति में नहीं है, जहां वह पहुंचना चाहती है।
गौतम गंभीर ने जारी वीडियो में कहा, ड्रेसिंग रूम में बहुत अधिक पारदर्शिता और ईमानदारी है। हम चाहते हैं कि ड्रेसिंग रूम में आगे भी ऐसा ही बना रहे। मुझे लगता है कि हम अभी भी उस स्थिति में नहीं हैं, जहां हम पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि खिलाड़ी फिट रहने का महत्व समझेंगे। अभी हमारे पास उस स्थिति में पहुंचने के लिए तीन महीने का समय है, जहां हम पहुंचना चाहते हैं। आपको बता दें कि भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में आईसीसी पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2026 का आयोजन किया जाएगा। भारत डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर टूर्नामेंट में उतरेगा।
गौतम गंभीर ने इंटरव्यू में कहा कि खिलाड़ियों को अहसास कराने और उन्हें समझाने के लिए कड़ी चुनौती रखते हैं। हमने शुभमन गिल के साथ यही किया, जब उन्हें टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। गौर करने वाली बात यह है कि शुभमन गिल ने बतौर कप्तान अपने पहले विदेशी दौरे पर मेजबान इंग्लैड से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ खेली थी, वहीं घरेलू सरजमीं पर वेस्टइंडीज का 3-0 से सूपड़ा साफ किया था।
बीसीसीआई टीवी से बातचीत में उन्होंने एशिया कप 2025 के दौरान पावर-प्ले में तीन ओवर के लिए जसप्रीत बुमराह के उपयोग के पीछे तर्क भी दिया। उन्होंने कहा, बहुत से लोग हमारी टी-20 टीम को बेहद आक्रामक बल्लेबाजी क्रम के तौर पर देखते हैं। मेरे विचार से पहले छह ओवर में जसप्रीत बुमराह को तीन ओवर देना और भी आक्रामक विकल्प था। हम एक ऐसी टीम बनाना चाहते हैं, जो सिर्फ बल्लेबाजी के लिए नहीं, बल्कि कुल मिलाकर एक आक्रामक टीम के रूप में जानी जाए।
बुमराह को पॉवर-प्ले में तीन ओवर गेंदबाजी करते हुए देखना चाहते थे कि इसका क्या नतीजा निकलता है। हमारे लिए यह वाकई कारगर रहा। पावर-प्ले में जसप्रीत बुमराह के तीन ओवर गेंदबाजी करते हुए ज्यादातर समय हमें जीत मिलती है। फिर जाहिर तौर पर हमें मध्य में वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव के रूप में विकेट लेने वाले दो विकल्प मिल गए हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत आक्रामक कदम था।
गौतम गंभीर ने कहा, भारत ने 8वें नंबर तक बल्लेबाजी को अधिक प्राथमिकता दी है। यह भी महत्वपूर्ण है कि टीम के पास सात से आठ गेंदबाजी विकल्प हो। यह शिवम दुबे, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर जैसे गेंदबाजों को ही शामिल कर संभव है। जितने ज्यादा ऑलराउंडर होंगे, उतना अच्छा होगा। यह बात महत्वपूर्ण है। पहले भी हमने कई बार छह गेंदबाजी विकल्प के बारे में सोचा है। इस टी-20 टीम में हमारे पास सात या आठ गेंदबाजी विकल्प है, जो हमेशा महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान गौतम गंभीर ने विश्वास जताया कि वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी आगामी टी-20 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।