Sanju Samson batting position: संजू सैमसन के बल्लेबाजी क्रम में बार-बार बदलाव करने को लेकर श्रीकांत और इरफान पठान ने गौतम गंभीर पर निशाना साधा है। टी20 इंटरनेशनल में बतौर ओपनर तीन शतक लगाने वाले संजू को पहले मध्यक्रम के लिए तैयार करने की बात कही जा रही थी, लेकिन मेलबर्न में उन्हें तीसरे नंबर पर भेजा गया।
Sanju Samson batting position: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में भारत की बल्लेबाजी क्रम के ध्वस्त होने से आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया है। पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने टीम की रणनीति और खिलाड़ियों की भूमिका पर गहरी चिंता जताई है। वहीं, पूर्व क्रिकेटर श्रीकांत ने संजू सैमसन का बल्लेबाजी क्रम बार-बार बदलने को लेकर टीम मैनेजमेंट और हेड कोच गौतम गंभीर पर निशाना साधा है। श्रीकांत ने कहा कि सैमसन अपनी बल्लेबाजी स्थिति में लगातार बदलाव के कारण फिर से बदकिस्मत रहे।
भारतीय टीम के सिर्फ 125 रन पर आउट होने के बाद टीम मैनेजमेंट के रवैये और बल्लेबाजी क्रम में बार-बार बदलाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं। संजू सैमसन को तीसरे नंबर पर भेजने का फैसला एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। खासकर पहले के संकेतों के बाद कि बतौर ओपनर तीन शतक लगाने वाले इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को मध्यक्रम की भूमिका के लिए तैयार किया जा रहा है।
इरफान पठान ने अपने यूट्यूब चैनल पर हार का विश्लेषण करते हुए कहा कि भारत की ओर से लगातार बदलाव करने से फायदा कम नुकसान ज्यादा हो रहा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सूर्यकुमार यादव को तीसरे नंबर पर उतारा जाना चाहिए, न कि उन्हें इधर-उधर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक संजू सैमसन की बात है, अगर वह इसी तरह बल्लेबाजी क्रम में ऊपर-नीचे होते रहेंगे तो मुझे यकीन नहीं है कि यह कितना कारगर होगा।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता है कि टी20 क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों के अलावा किसी की भी कोई निश्चित स्थिति नहीं होती और लचीलापन जरूरी है। लेकिन, लचीलेपन के नाम पर आपको इतना लचीला नहीं होना चाहिए कि आप उस स्थिरता को खो दें, जो निश्चित भूमिकाओं से आती है। भारतीय टीम को इस पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
पठान ने बताया कि जब आप किसी खिलाड़ी की भूमिका बार-बार बदलते रहते हैं तो चीजें स्वाभाविक रूप से बदल जाती हैं। बीच के ओवरों में पुरानी गेंद के खिलाफ खेलना, जैसा कि संजू सैमसन ने एशिया कप के दौरान किया था, पारी की शुरुआत करने से बहुत अलग है, जहां उन्होंने तीन शतक बनाए थे। इसके लिए एक अलग मानसिकता और मानसिक मजबूती के साथ-साथ टीम के मजबूत समर्थन की भी जरूरत होती है।
वहीं, पूर्व ऑलराउंडर ने सैमसन को चेतावनी देते हुए अपनी जगह पक्की करने के लिए जल्द ही बड़ी पारी खेलने का आग्रह किया। इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्हें वह समर्थन मिल रहा है, जिसकी उन्हें ज़रूरत है। लेकिन, अगर कोई खिलाड़ी लगातार तीन या चार बार असफल होता है तो यह समर्थन जल्दी ही खत्म हो सकता है। उम्मीद है कि संजू सैमसन के साथ ऐसा नहीं होगा।