Champions Trophy 2025 on Hybrid Model: भारत-पाकिस्तान समेत दुनिया भर के क्रिकेट फैंस के लिए अच्छी खबर है। PCB को ब्रॉडकास्टर्स के आगे झुकना पड़ा है, मतलब पीसीबी चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल से कराने को तैयार है। 19 फरवरी 2025 से होने वाले इस वनडे टूर्नामेंट में टूर्नामेंट में भारतीय टीम के मुकाबले यूएई में खेले जाने की संभावना है।
सौरभ कुमार गुप्ता. भारत-पाकिस्तान समेत दुनिया भर के क्रिकेट फैंस के लिए सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर चली आ रही अनिश्चिता जल्द खत्म हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) हाइब्रिड मॉडल के तहत भारतीय टीम के मुकाबले किसी और देश में करवाने के लिए राजी हो गया है। हालांकि पीसीबी अभी तक हाइब्रिड मॉडल अपनाने से इंकार करता रहा है, लेकिन ब्रॉडकास्टर्स के दबाव के आगे उसे झुकना पड़ा है। इसके बाद अब जल्द ही ना सिर्फ टूर्नामेंट का फाइनल शेड्यूल जारी होगा, बल्कि भारतीय टीम के मैच कहां आयोजित होंगे, ये विवाद भी खत्म हो जाएगा।
गौरतलब है कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों से टीम इंडिया को पाकिस्तान भेजने से इंकार कर दिया था। बीसीसीआई ने आईसीसी से अपने मैच हाइब्रिड मॉडल के तहत किसी दूसरे देश में कराने का आग्रह किया था लेकिन पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल की संभावना से साफ इंकार कर दिया था। अब वो भारत के मैच किसी और देश में कराने पर राजी हो गया है।
ब्रॉडकास्टर्स का आईसीसी के साथ 2024 से 2027 तक के सभी टूर्नामेंटों के लिए 3 बिलियन डॉलर (करीब 2534 करोड़ रुपए) का करार है। यदि चैंपियंस ट्रॉफी स्थगित होती है तो ब्रॉडकास्टर्स को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा।
ब्रॉडकास्टर्स ने आईसीसी पर दबाव बनाया कि टूर्नामेंट का आयोजन किसी भी हाल में होना चाहिए, फिर भारतीय टीम चाहे पाकिस्तान में खेले या किसी और देश में। इसके बाद आईसीसी और ब्रॉडकास्टर्स ने पीसीबी के साथ बैठक की।
आईसीसी और ब्रॉडकास्टर्स ने पीसीबी के अधिकारियों को समझाया कि उसे इस बात को दिल पर नहीं लेना चाहिए कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं आ रही है, बल्कि उसे इस टूर्नामेंट के कारण होने वाले मुनाफे के बारे में सोचना चाहिए। टूर्नामेंट से होने वाला मुनाफा पीसीबी को मालामाल कर देगा।
आईसीसी ने पीसीबी को समझाया कि यदि चैंपियंस ट्रॉफी स्थगित होती है या वो इस टूर्नामेंट का बॉयकॉट करता है तो बीसीसीआई को कुछ फर्क नहीं पड़ेगा, बल्कि सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान का होगा, जिसे 29 साल बाद आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी करने का मौका मिल रहा है।
आईसीसी ने पीसीबी अधिकारियों को समझाया कि वे बीसीसीआई के बारे में नहीं सोचे और दुनिया के अन्य देशों को दिखाए कि वो अच्छा मेजबान है और बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने का दमखम रखता है। इससे दुनिया में पाकिस्तान और पीसीबी की साख बढ़ेगी।
कुछ समय पहले तक पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर भी सोशल मीडिया पर हाइब्रिड मॉडल नहीं अपनाने और टूर्नामेंट का बहिष्कार करने की मांग कर रहे थे, लेकिन अब उनके भी सुर बदलने लगे हैं। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और विकेटकीपर राशिद लतीफ ने कहा कि यदि टूर्नामेंट की मेजबानी से पीसीबी को अरबों रुपए का फायदा होता है तो समझदारी इसी में है कि टूर्नामेंट का आयोजन किसी भी तरह से कराया जाए।
- 2023 वनडे विश्व कप में बीसीसीआई को करीब 11,637 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी
- 2022 टी-20 विश्व कप में 358 करोड़ रुपए का फायदा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को हुआ
मेजबान होने के कारण पीसीबी को आईसीसी से 549 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसके अलावा, टूर्नामेंट के आयोजन से पीसीबी को करीब दो से तीन हजार करोड़ रुपए तक की कमाई हो सकती है। टूर्नामेंट नहीं होने पर पीसीबी सब गंवा देगा।
आईसीसी की कमाई का सबसे बड़ा जरिया विश्व कप होते हैं। 2023 वनडे विश्व कप से आईसीसी को 6073 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी। चैंपियंस ट्रॉफी नहीं हुई तो आईसीसी को भी काफी घाटा होगा।
भारत में आयोजित हुए 2023 वनडे विश्व कप से भारत में मैचों का प्रसारण करने वाले ब्रॉडकास्टर्स को करीब 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई हुई थी।
आईसीसी और ब्रॉडकास्टर्स जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बिना कोई भी टूर्नामेंट घाटे का सौदा होगा। विश्व कप हो या चैंपियंस ट्रॉफी, ब्रॉडकास्टर्स को सर्वाधिक कमाई भारत-पाकिस्तान मैच से होती है। आईसीसी और ब्रॉडकास्टर्स ने पीसीबी से साफ कह दिया है कि यह टूर्नामेंट भारत के बिना बिल्कुल नहीं हो सकता और उसके बिना भी टूर्नामेंट प्रभावित होगा।
आईसीसी को पहले से ही अंदाजा था कि भारतीय टीम शायद टूर्नामेंट खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी। इस कारण उसने बैकअप के रूप में पहले से ही संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ कुछ मैचों के आयोजन की बात कर ली थी। इसके तहत, भारतीय टीम के सभी मुकाबले यूएई में खेले जाएंगे।
फाइनल और सेमीफाइनल पाकिस्तान में नहीं होगा।
- चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल और एक सेमीफाइनल का आयोजन पाकिस्तान नहीं, बल्कि यूएई में होगा। यह फैसला इसलिए लिए गया, ताकि यदि भारतीय टीम सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचे तो फिर विवाद की स्थिति पैदा नहीं हो।
- इसके अलावा, टूर्नामेंट के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला भी यूएई में ही खेला जाएगा। ब्रॉडकास्टर्स और आईसीसी का मानना है कि भारत और पाकिस्तान मैच कही भी खेला जाए, इसके मुनाफे पर फर्क नहीं पड़ने वाला।