Mohammed Shami Ajit Agarkar Controversy: बीसीसीआई अब टीम इंडिया में चयन नहीं होने पर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर पर भड़कने वाले मोहम्मद शमी को मनाने में जुट गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मध्य क्षेत्र के नवनियुक्त चयनकर्ता आरपी सिंह को कोलकाता भेजा है। जहां शमी रणजी खेल रहे हैं।
Mohammed Shami Ajit Agarkar Controversy: भारतीय टीम से बाहर चल रहे स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने खुद को नजरअंदाज किए जाने पर हाल ही में चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के खिलाफ जमकर आग उगली थी। इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने अगरकर के उन दावों का सार्वजनिक रूप से खंडन किया, जिनमें कहा गया था कि वह चयन के लिए फिट नहीं हैं और यही वजह है कि शमी 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से भारत के लिए नहीं खेले हैं। अब इस मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) मोहम्मद शमी को मनाने में जुट गया है।
मोहम्मद शमी ने कहा था कि चयनकर्ताओं ने उन्हें कोई अपडेट नहीं दिया है। अगर वह फिट नहीं होते तो वह दलीप ट्रॉफी और बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी कैसे खेल पाते? शमी ने कहा था कि अपडेट देने या अपडेट मांगना मेरी जिम्मेदारी नहीं है। अपनी फिटनेस के बारे में अपडेट देना मेरा काम नहीं है। मेरा काम एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) जाना, तैयारी करना और मैच खेलना है। वो उनकी बात है, उनको कौन अपडेट देता है, किसने नहीं दिया। यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है।
वहीं, अजीत अगरकर ने जवाब दिया कि पिछले कुछ महीनों में उनकी शमी से कई बार बात हुई है और मेडिकल टीम को नहीं लगता कि वह इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए फिट हैं। चीफ सेलेक्टर ने यह भी कहा कि टीम इंडिया उन्हें पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में खिलाना पसंद करती, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
मोहम्मद शमी को अगरकर का जवाब पसंद नहीं आया। शमी ने उत्तराखंड के खिलाफ 7 विकेट लेने के बाद उन पर भड़कते हुए कहा कि उन्हें जो कहना है कहने दो।
मामला ज़्यादा बिगड़ने से पहले बीसीसीआई ने मध्य क्षेत्र के नवनियुक्त चयनकर्ता रुद्र प्रताप सिंह को कोलकाता भेजा है। स्पोर्ट्सकीड़ा की रिपोर्ट के अनुसार, ईडन गार्डन्स में गुजरात के खिलाफ बंगाल के दूसरे 2025-26 रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान आरपी ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद शमी से लंबी बातचीत की।
शमी की तरह आरपी भी उत्तर प्रदेश से हैं, और हालांकि शमी अपनी क्रिकेट की ख्वाहिशों के लिए बंगाल चले गए, लेकिन क्षेत्रीय जुड़ाव शायद मददगार साबित हो। कम से कम बीसीसीआई तो यही उम्मीद करेगा।