पिछले एक साल से सूर्या का बल्ला खामोश है। पिछले 21 अंतरराष्ट्रीय टी20 मुकाबलों की 18 पारियों में उन्होंने महज 170 रन बनाए हैं, यानी उनका औसत 10 से भी कम का रहा है। इस दौरान वे 10 बार तो दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए और तीन मौकों पर उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला।
Suryakumar yadav, India vs South Africa T20 Series: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुक़ाबला आज खेला जाएगा। कटक के बाराबती स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच में सभी की नज़रें भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के प्रदर्शन पर होंगी। सूर्या पिछले एक साल से फ्लॉप चल रहे हैं।
पिछले एक साल से सूर्या का बल्ला खामोश है। पिछले 21 अंतरराष्ट्रीय टी20 मुकाबलों की 18 पारियों में उन्होंने महज 170 रन बनाए हैं, यानी उनका औसत 10 से भी कम का रहा है। इस दौरान वे 10 बार तो दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए और तीन मौकों पर उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला। सूर्यकुमार ने आखिरी बार अर्धशतक अक्टूबर 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था, जब उन्होंने 35 गेंदों पर नाबाद 75 रनों की तूफानी पारी खेली थी। उसके बाद से उनका बल्ला शांत है।
साल 2025 में तो हालत और भी खराब रही। पूरे साल उन्होंने 127.77 की मामूली स्ट्राइक रेट से ही रन बनाए। हालिया एशिया कप 2025 में भी वे पूरी तरह फ्लॉप रहे। छह पारियों में सिर्फ 72 रन बना सके और सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 47 रन रहा, जो पाकिस्तान के खिलाफ छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए आया था। एशिया कप के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी कुछ खास नहीं कर पाए, चार पारियों में 39*, 1, 24 और 20 रन ही बना सके।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत को चैंपियन बनाने के तुरंत बाद रोहित शर्मा ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इसके बाद सूर्यकुमार यादव को टीम की कमान सौंपी गई। कप्तानी की शुरुआत शानदार हुई थी। अपने पहले ही मैच में उन्होंने 26 गेंदों पर 58 रनों की विस्फोटक पारी खेली। उसके अगले मैच में हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ 35 गेंदों पर 75 रन ठोक दिए। लगा था कि कप्तानी का दबाव उन पर बिल्कुल नहीं पड़ रहा।
लेकिन इसके बाद से कहानी पूरी तरह बदल गई। फुल-टाइम कप्तान बनने के बाद से वे एक भी अर्धशक नहीं लगा पाए हैं और उनका औसत महज 19.71 रह गया है। टी20 वर्ल्ड कप 2026 में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में सूर्यकुमार यादव का यह फॉर्म भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है।