इस साल सूर्या का बल्ला पूरी तरह शांत रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच को अगर छोड़ दे तो बची हुई 10 पारियों में सिर्फ 53 रन ही जुटा पाए है जो कि उनके स्तर से बहुत कम है। सूर्या 7 मैचों में तो दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए।
Suryakumar Yadav, India vs Australia T20 Series: भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव का फॉर्म अब टीम के गले की फांस बनता जा रहा है। भले ही उनकी कप्तानी में टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है, लेकिन उनका व्यक्तिगत फॉर्म बेहद निराशाजनक है। ऐसे में कप्तानी और टीम दोनों में बने रहने के लिए यह ऑस्ट्रेलियाई दौरा सूर्यकुमार यादव के लिए बेहद जरूरी है।
सूर्यकुमार यादव ने इस साल अबतक खेले गए 12 मैचों की 11 पारियों में 11.11 की मामूली औसत से सिर्फ 100 रन ही बनाए है। सूर्या का इस साल का सर्वोच्च स्कोर पाकिस्तान के विरुद्ध एशिया कप में था, जहां उन्होंने 47 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके अलावा वे हर मैच में फ्लॉप रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज अब उनकी इस लूढ़कती फॉर्म को वापस बहाल करने का सुनहरा मौका है। आने वाले चार माह में टी20 वर्ल्डकप खेला जाना है जिसकी तैयारियां अभी से शुरु हो चुकी है। ऐसे में सूर्य इस दौरे में हर हाल में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
इस साल सूर्या का बल्ला पूरी तरह शांत रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच को अगर छोड़ दे तो बची हुई 10 पारियों में सिर्फ 53 रन ही जुटा पाए है जो कि उनके स्तर से बहुत कम है। सूर्या 7 मैचों में तो दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए। वहीं तीन बार बिना खाता खोले ही पैवेलियन लौट गए। सूर्या फिल्ड के चारों ओर चौके- छक्के लगाने की काबिलियत रखते है और भारत के मिस्टर 360 कहे जाते है। लेकिन इस साल उन्होंने सिर्फ10 चौके 3 छक्के ही लगाए है। उनकी यही फॉर्म चिंताजनक है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुर्यकुमार ने अपनी फॉर्म के बारे में पूछे जाने पर कहा, "रन समय के साथ आ जाएंगे, लेकिन टीम को जिताने के बारे में सोचना ज्यादा जरुरी है।" सुर्यकुमार हमेशा टीम के बारे में सोचते हैं। आगे उन्होंने कहा, "मैं अच्छी मानसिक स्थिति में हूं और सभी चीजें ऑटो पायलट पर चल रही हैं।"
सूर्यकुमार एक ऐसे बल्लेबाज है जो किसी भी समय पर आकर मैच का रुख बदलने की काबिलियत रखते है। उनका धुआंधार अंदाज ही उनकी बल्लेबाजी की पहचान है। उनका फॉर्म में आना टीम के साथ- साथ उनके लिए भी बहुत आवश्यक हो गया है। वे अभी 35 वर्ष के हो चुके है और अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर है। इसिलिए टी20 वर्ल्डकप से पहले इस सीरीज में उनका फॉर्म को वापस पाना फायदेमंद सिद्ध होगा।