ट्रैविस हेड ने एशेज सीरीज खत्म होने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों के साथ ड्रिंक करने की पुरानी परंपरा को फिर से शुरू करने की उम्मीद जताई है।
Australia vs England, The Ashes, 2025-26: ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ट्रैविस हेड ने कहा है कि इस एशेज सीरीज के समाप्त होने के बाद वे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के साथ मिलकर ड्रिंक करने की पुरानी परंपरा को फिर से शुरू करेंगे। यह परंपरा 2023 की एशेज़ सीरीज़ के दौरान दोनों टीमों के रिश्तों में आई खटास के बाद कुछ हद तक टूट गई थी। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया ने मौजूदा सीरीज में 3-1 की बढ़त हासिल कर ली है, जिसके साथ ही उसने लगातार पांचवीं बार एशेज ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है।
बुधवार को द ऑस्ट्रेलियन अख़बार में प्रकाशित बयान में हेड ने कहा, "निश्चित तौर पर दोनों टीमों के बीच आपसी सम्मान है। इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों से मेरी काफी अच्छी बनती है। दोनों टीमों में कुछ वाकई अच्छे रिश्ते हैं। मैं डकी (बेन डकेट) के साथ एक बीयर पीने को लेकर उत्साहित हूं। यह एक अच्छा पल होगा। और जाहिर है, वहां यह जानते हुए जाना भी अच्छा लगता है कि हम सीरीज़ जीत चुके हैं।"
2023 की एशेज़ के दौरान दोनों टीमों के रिश्ते दूसरे टेस्ट में उस समय बिगड़ गए थे, जब एलेक्स केरी ने कैमरन ग्रीन की गेंद पर क्रीज़ से बाहर निकल चुके जॉनी बेयरस्टो को स्टंप कर दिया था। इसके बाद लॉर्ड्स के लॉन्ग रूम में एमसीसी सदस्यों द्वारा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आई थीं।
इन घटनाओं के बाद इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैक्कलम ने कहा था कि वह नहीं समझ पा रहे हैं कि सीरीज़ के अंत में पारंपरिक तरीके से दोनों टीमों के साथ बैठकर सौहार्दपूर्ण ड्रिंक कैसे संभव हो पाएगी। हालांकि बाद में मैक्कलम ने यह भी कहा था कि इंग्लैंड के अंतिम टेस्ट जीतने के बाद यह मुलाकात होगी। इंग्लैंड की इस जीत के साथ सीरीज 2-2 से ड्रा रही थी।
इसके बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में इंग्लैंड की आलोचना हुई थी, हालांकि कप्तान बेन स्टोक्स ने बाद में किसी तरह के अपमान से इनकार किया था। उन्होंने साफ किया कि द ओवल में पोस्ट-सीरीज़ कार्यक्रम में हुई देरी की वजह से समय कम बचा था, इसलिए दोनों टीमें एक दूसरे के साथ ड्रिंक नहीं कर पाई।
ऑस्ट्रेलिया में चल रही 2025-26 एशेज सीरीज अपेक्षाकृत बेहतर और दोस्ताना माहौल में खेली गई है। अब तक के मैचों में बड़े विवाद मुख्य रूप से तकनीकी मुद्दों और पिच की स्थिति से जुड़े रहे हैं, जैसे स्निको तकनीक में हुई कुछ गलतियां और एमसीजी में चौथे टेस्ट की अत्यधिक हरी पिच, जिसने गेंदबाजों को ज्यादा मदद दी।
दोनों टीमों के बीच तनाव कम रहने की एक प्रमुख वजह यह भी है कि इंग्लैंड शुरुआती तीन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला नहीं कर पाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 की बढ़त लेकर एशेज ट्रॉफी बरकरार रख ली। हालांकि चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने शानदार वापसी करते हुए जीत हासिल की, जिससे सीरीज का स्कोर 3-1 हो गया है।