वर्तमान में WTC में नौ फुल मेम्बर टीमें हिस्सा लेती हैं, जबकि जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान और आयरलैंड फुल मेम्बर होने के बावजूद इसमें शामिल नहीं हैं। लेकिन अगले चक्र से इन तीनों टीमों को भी WTC खेलने का मौका मिलेगा।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में एक बड़ा बदलाव करने की योजना बना रहा था। आईसीसी दो स्तरीय विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्रणाली को लागू करने वाला था। लेकिन कुछ देशों के विरोध के बाद अब इस प्रस्ताव पर रोक लग गई है। दो स्तरीय प्रणाली से पाकिस्तान, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश जैसे देश खुश नहीं थे और दुबई में हाल ही में हुई आईसीसी की तिमाही बैठक में इसका विरोध किया।
मीडिया खबरों के मुताबिक, 'कई सदस्यों ने दो स्तरीय ढांचे का विरोध करते हुए 12 टीमों वाली समान प्रणाली की वकालत की, ताकि हर टीम को एक-दूसरे के खिलाफ ज्यादा मैच खेलने का मौका मिले।' अब आईसीसी 2027 से शुरू होने वाले अगले WTC साइकिल में सभी 12 पूर्ण सदस्य देशों को बराबरी का मौका देने पर फोकस कर रहा है।
वर्तमान में WTC में नौ फुल मेम्बर टीमें हिस्सा लेती हैं, जबकि जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान और आयरलैंड फुल मेम्बर होने के बावजूद इसमें शामिल नहीं हैं। लेकिन अगले चक्र से इन तीनों टीमों को भी WTC खेलने का मौका मिलेगा। न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रोजर ट्वोज की अध्यक्षता वाली मूल्यांकन समिति ने दो स्तरीय प्रणाली का खाका तैयार किया था, लेकिन दुबई बैठक में इस प्रस्ताव को पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। कई प्रमुख क्रिकेट बोर्डों ने भी दो स्तरीय प्रणाली पर चिंताएं व्यक्त कीं। उनका कहना था कि यदि कोई बड़ी टीम खराब प्रदर्शन के कारण निचले स्तर पर चली जाती है, तो इससे राजस्व और मैचों के अवसरों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के चेयरमैन रिचर्ड थॉम्पसन ने BBC को बताया, 'हम नहीं चाहते कि इंग्लैंड डिवीजन-2 में पहुंचकर भारत या ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों से भिड़ने का मौका खो दे।' यही डर भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे बोर्डों का रहा, जिन्होंने छोटी टीमों को आर्थिक मदद देने के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया।'
इस बीच, ICC वनडे सुपर लीग को फिर से शुरू करने पर भी गंभीरता से विचार कर रहा है। 2020 में लॉन्च हुई यह लीग 2023 विश्व कप के बाद बंद कर दी गई थी। इसका मकसद 50 ओवर के फॉर्मेट को ज्यादा रोचक और प्रतिस्पर्धी बनाना था। 13 टीमों वाली यह लीग शुरुआती उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं उतरी, लेकिन ICC के कई सदस्यों का मानना है कि वनडे क्रिकेट अभी जिंदा है। सूत्रों ने कहा, 'वनडे टूर्नामेंट्स में दर्शकों का रुझान साफ बताता है कि 50 ओवर के खेल की मांग बरकरार है—बस सही फॉर्मेट और मजबूत भागीदारी चाहिए।'