Vijay Hazare Trophy 2025-26: विजय हजारे ट्रॉफी के पहले दिन कर्नाटक ने झारखंड के खिलाफ 413 रन का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया। इस मुकाबले में ईशान किशन का शतक काम नहीं आया, जिन्होंने 33 गेंदों में सैकड़ा पूरा किया था।
Record Chase in VHT History: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 की शुरुआत दमदार रही है। पहले दिन कई रिकॉर्ड बने, तो रोहित शर्मा और विराट कोहली के शतकों ने इस टूर्नामेंट को और भी रोमांचक शुरुआत देने का काम किया। बुधवार को कर्नाटक ने झारखंड के खिलाफ लिस्ट-ए क्रिकेट इतिहास की दूसरी और विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास की पहली सबसे बड़ी रन चेज दर्ज की। लिस्ट A में सबसे बड़ी रन चेज का रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के नाम है, जिन्होंने साल 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 435 रन का लक्ष्य हासिल किया था।
इस मुकाबले में झारखंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 412 रन बनाए, जिसमें ईशान किशन ने 125 रन की विस्फोटक पारी खेली। जवाब में कर्नाटक ने 48वें ओवर में ही 413 रन बनाकर रिकॉर्ड जीत दर्ज की। इस दौरान देवदत्त पडिकल ने 137 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और 7 छक्के लगाए।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में कर्नाटक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। झारखंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उत्कर्ष सिंह-शुभम शर्मा जल्दी ही पवेलियन लौट गए। इसके बाद शिखर मोहन के साथ विराट सिंह ने बेहतरीन साझेदारी की और टीम को 100 के पार पहुंचाया। शिखर मोहन 44 रन बनाकर आउट हुए, जबकि विराट सिंह ने 68 गेंदों में 8 चौके और 4 छक्कों की मदद से 88 रन बनाए।
इसके बाद कुशाग्र कुमार ने 47 गेंदों में 63 रन बनाए। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे ईशान किशन ने गदर मचा दिया और सिर्फ 33 गेंदों में शतक जड़ दिया। वह लिस्ट-ए क्रिकेट इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। किशन ने 39 गेंदों में 125 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 14 छक्के शामिल थे। इस पारी की बदौलत झारखंड ने 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 412 रन बनाए।
413 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक की शुरुआत धमाकेदार रही। कप्तान मयंक अग्रवाल और देवदत्त पडिक्कल ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। मयंक अग्रवाल 54 रन बनाकर आउट हुए, उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके लगाए। वहीं देवदत्त पडिकल ने 118 गेंदों में 147 रन की शानदार पारी खेली। इसके बाद करुण नायर और स्मरण रविचंद्रन ने उपयोगी पारियां खेलीं। अभिनव मनोहर के अर्धशतक और ध्रुव प्रभाकर के 40 रन की बदौलत कर्नाटक ने 48वें ओवर में ही 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।