Bernard Julien Passes Away: भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के बीच कैरेबियाई पूर्व विश्व कप विजेता खिलाड़ी बर्नार्ड जूलियन ने 75 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली है। उनके निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। क्रिकेट वेस्टइंडीज के अध्यक्ष समेत कई क्रिकेटरों उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है।
Bernard Julien Passes Away: भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के बीच एक दुखद खबर सामने आई है। वेस्टइंडीज़ के पूर्व ऑलराउंडर और विश्व कप विजेता बर्नार्ड जूलियन ने 75 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली है। उनका निधन उत्तरी त्रिनिदाद के वाल्सेन शहर में हुआ है। वे 1975 में वेस्टइंडीज़ को विश्व कप खिताब दिलाने वाली टीम के सबसे महत्वपूर्ण सदस्यों में से एक थे। 1975 में पहले एकदिवसीय विश्व कप के दौरान जूलियन वेस्टइंडीज़ के लिए एक शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में श्रीलंका के खिलाफ चार विकेट और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार विकेट लिए थे। उन्होंने प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्ले से भी एक महत्वपूर्ण पारी भी खेली थी।
बर्नार्ड जूलियन ने वेस्टइंडीज के लिए 24 टेस्ट और 12 एकदिवसीय मैच खेले। उन्होंने 24 टेस्ट मैचों में 866 रन बनाए और 50 विकेट लिए। उन्होंने जिन 12 एकदिवसीय मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व किया, उनमें 86 रन और 18 विकेट अपने नाम दर्ज किए थे।
बर्नार्ड जूलियन के निधन की दुखद खबर के बाद क्रिकेट वेस्टइंडीज के अध्यक्ष किशोर शालो ने इस दुखद खबर पर खुलकर बात की। उन्होंने जूलियन के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कठिन समय में उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। क्रिकेट वेस्टइंडीज द्वारा जारी एक बयान में शालो ने कहा कि जब हम बर्नार्ड जूलियन का सम्मान करते हैं तो हम आत्मचिंतन और समावेश के महत्व को भी समझते हैं। अब समय आ गया है कि हम अपने इतिहास के उस अध्याय को बहिष्कार के नज़रिए से नहीं, बल्कि समझ के नज़रिए से देखें।
उन्होंने आगे कहा कि बर्नार्ड जूलियन के परिवार, दोस्तों और प्रियजनों के प्रति हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उनका निधन हमें याद दिलाता है कि उद्देश्य के लिए समर्पित जीवन हमें कभी नहीं छोड़ता। क्रिकेट वेस्टइंडीज इस दुख की घड़ी में आपके परिजनों के साथ है और हम आशा करते हैं कि बर्नार्ड को पता था कि जिस क्रिकेट परिवार को उन्होंने आकार देने में मदद की थी, वह उन्हें महत्व देता था और प्यार करता था। उन्हें यह जानकर शांति मिली होगी कि उनका योगदान हमेशा अमर रहेगा।