Damoh Scandal: दमोह कांड पर फिर शुरू हुई सियासत, जीतू पटवारी के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम पीड़ित के परिवार से मिलने पहुंची थी सतरिया गांव, तभी बिगड़े विधायक सिद्धार्थ कुशवाह के बोल....
Damoh Scandal: जिले के सतरिया गांव में पैर धुलवाकर पानी पिलाने से जुड़े मामले में अब सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के उस वीडियो ने बवाल खड़ा कर दिया है, जिसमें वो पीड़ित युवक के चाचा से अपशब्द कह रहे हैं। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद एमपी में सियासी गरमी बढ़ गई।
दो दिन पहले यानी मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर तीन सदस्य टीम पीड़ित परिवार से मिलने सतरिया गांव पहुंची थी, इसमें दतिया विधायक फूलसिंह बरैया, जबलपुर से पूर्व विधायक विनय सक्सेना और सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा (Damoh Scandal) शामिल थे। तीनों जनप्रतिनिधि गांव में परिवार के साथ बैठे हुए थे। जहां बड़ी संख्या में लोग भी शामिल थे चर्चा चल रही थी और परिवार के लोगों से पूछा जा रहा था कि क्या उन्हें कोई दिक्कत है, कोई उन्हें डरा या धमका तो नहीं रहा।
इसी बीच पीड़ित के चाचा ने कहा कि भतीजे का फोन मेरे पास ही रहता है हमें ना तो किसी ने कोई धमकी दी है ना कोई अलग से डरा रहा है। चाचा ने कहा कि इस घटनाक्रम (Damoh Scandal) में किसी की गलती नहीं है। इसी बात पर आसपास मौजूद कुछ लोग युवक के चाचा को दोष देने लगे और विधायक ने पास में आकर कहा कि 'अगली बार गू खा लेना।' इतना ही नहीं विधायक ने दोबारा चाचा के कान के पास आकर फिर से वही शब्द दोहराए और फिर धक्का भी दिया। जब विधायक ने चाचा के कान में ये गलत शब्द बोले, तो उन्होंने बड़ी ही शालीनता से सहमति जताते हुए अपना सिर हिला दिया। किसी ने यह वीडियो रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वही अपशब्दों से जुड़े इस मामले में जब हमने सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा से बात की, तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं मालूम किसने क्या वीडियो बनाकर वायरल किया है मैंने तो आते समय युवक के चाचा के कान में ये कहा था कि तुम डरो नहीं, हम सब तुम्हारे साथ हैं।
गुरुवार को ओबीसी महासभा के ऐलान पर दमोह में बड़ा प्रदर्शन होना था। इसे लेकर काफी संख्या में लोग पीड़ित (Damoh Scandal) के घर सतरिया पहुंचे। लेकिन, पीड़ित ने दो टूक शब्दों में साथ चलने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं पीड़ित ने खुद को एक कमरे में कैद कर लिया। बाहर खड़े कुशवाहा समाज के प्रदेशाध्यक्ष व अन्य लोग से बाहर आने के लिए मनाते रहे, लेकिन उसने कमरे से बाहर निकलने से मना कर दिया। इस बीच बस उसने इतना कहा कि उसे मामले में न्याय चाहिए था, जो सरकार उसे दे रही है।
मामले का वीडियो वायरल होते ही प्रतिक्रिया देते हुए एमपी बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की असंवेदनशीलता है। इसका प्रमाण ये वीडियो है। उन्होंने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि कांग्रेस विधायक पीड़ित परिवार का... अपमानजनक शब्दों में तिरस्कार कर रहे हैं। डॉ. मोहन यादव की सरकार उन्हें न्याय दिला रही है। और कांग्रेस उनके जख्मों पर नमक छिड़क रही है। जीतू पटवारी , राहुल गांधी को ओबीसी समाज के अपमान पर माफी मांगनी चाहिए।
वहीं कांग्रेस ने इस वीडियो को एडिटेड वीडियो बताते हुए बीजेपी पर पलटवार किया है। पार्टी के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने कहा कि ओबीसी की भलाई के लिए बीजेपी कुछ नहीं कर पा रही है। उल्टा आरोप लगा रही है। सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जो भी हुआ कोर्ट के आदेश पर हुआ है। उन्होंने कहा कि जनता को पता चल चुका है कि बीजेपी पिछड़ा वर्ग की हिमायती नहीे है।