MP News: प्रत्यक्षदर्शी अधिवक्ता ने बताया अविस्मरणीय क्षण, कहा न्यायालय परिसर में पहली बार ऐसी घटना, जब किसी बच्चे की किलकारी गूंजी...
MP News: प्रदेश में अक्सर घटनाएं सामने आती हैं कि प्रसव पीड़ा से कराहती महिला ने एंबुलेंस में शिशु को जन्म दिया। अस्पताल पहुंचने से पहले गेट पर प्रसव या सड़क पर प्रसव हो गया। चलती ट्रेन में भी प्रसव की घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन संभवत: यह पहली बार है जब किसी अदालत परिसर में किलकारी गूंजी हो।
यह हुआ मंगलवार को दमोह जिला अदालत परिसर में। यहां दोपहर में पति से मिलने पहुंची पत्नी ने कोर्ट परिसर में ही शिशु को जन्म दे दिया। अचानक बच्चे की किलकारी गूंजते ही अधिवक्ताओं और कर्मचारियों में हलचल मच गई। महिला अधिवक्ताओं ने तत्परता दिखाते हुए सुरक्षा घेरा बनाया और तुरंत एंबुलेंस बुलवाई। महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं।
पेशी पर आए पति से मिलने पहुंची सिविल वार्ड तीन निवासी 30 वर्षीय सपना वंशकार का पति कैलाश बीते तीन माह से चोरी के मामले में जेल में बंद है। मंगलवार को उसकी पेशी थी। इसी दौरान गर्भवती सपना अपने पति से मिलने जिला न्यायालय पहुंची थी। मुलाकात का इंतजार करते समय अचानक तेज प्रसव पीड़ा हुई और कुछ ही देर में उसने परिसर में ही शिशु को जन्म दे दिया। सूचना मिलते ही महिला अधिवक्ताओं ने मोर्चा संभाला और महिला की गरिमा और सुरक्षा का ध्यान रखते हुए उसे सुरक्षित स्थान पर रखा।
महिला की जेठानी रजनी के अनुसार सपना का यह चौथा बच्चा है। परिवार में अब दो बेटे और दो बेटियां हैं। भावुक होते हुए कहा कि यह बच्चा बड़ा होकर वकील बनेगा। प्रत्यक्षदर्शी अधिवक्ता आलोक श्रीवास्तव ने इसे अविस्मरणीय क्षण बताते हुए कहा कि न्यायालय परिसर में पहली बार ऐसी घटना देखी गई, जब किसी बच्चे की किलकारी गूंजी।