CG Bus Service: दंतेवाड़ा जिले में मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सेवा कमालूर रूट पर शुरू नहीं हो सकी है। बचेली–धुरली–कमालूर–दंतेवाड़ा बस प्रस्ताव रेलवे की आपत्ति के कारण अटक गया, जिससे ग्रामीणों में नाराज़गी बढ़ी है।
CG Bus Service: मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सेवा के तहत दंतेवाड़ा जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में यात्री बस संचालन की योजना पर कमालूर रूट के ग्रामीण इस बार भी वंचित रह गए हैं। बचेली से धुरली होकर कमालूर-दंतेवाड़ा तक बस सेवा शुरू करने का प्रस्ताव था, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिली। इसकी मुख्य वजह नक्सली समस्या नहीं, बल्कि रेलवे का अड़ियल रुख है।
कमालूर में रेल लाइन पार करने की कोई लेवल क्रॉसिंग, ओवरब्रिज या अंडरब्रिज की सुविधा नहीं होने के कारण धुरली से बासनपुर, झिरका, कमालूर होते हुए पंडेवार, कँवलनार, गोंदपाल, केशापुर, मिडकुलनार और फरसपाल रूट पर बस या अन्य वाहनों का संचालन असंभव हो गया है।
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में नियद नेल्ला नार सहित कमालूर, झिरका, पंडेवार, बासनपुर जैसे गांव भी शामिल हैं। कमालूर में रेल लाइन पार करने की सुविधा मिलने पर गीदम ब्लॉक के लोग सीधे लौहनगरी बैलाडीला से सड़क मार्ग से जुड़ सकते हैं। जिला प्रशासन ने प्रस्तावित बस रूट में दंतेवाड़ा-बचेली व्हाया पूरनतरई-तुड़पारास-कुपेर-मंगनार-पंडेवार-कमालूर-झिरका-बासनपुर-धुरली-बचेली रूट शामिल किया था।
CG Bus Service: 60 साल पहले बिछाई गई केके रेल लाइन के बाद से रेलवे और स्थानीय प्रशासन के बीच ग्रामीण सडक़ों पर निर्बाध आवाजाही को लेकर कोई स्थायी तालमेल नहीं बन पाया। कमालूर और कुपेर जैसे क्षेत्रों में रेलवे ने एक भी लेवल क्रॉसिंग नहीं दी। अब जब रेल लाइन दोहरीकरण कार्य हो चुका है, लेवल क्रॉसिंग का फाटक मिलना असंभव है। ऐसे में अंडरब्रिज या ओवरब्रिज के माध्यम से सड़क को शुरू किया जा सकता है, लेकिन जिला प्रशासन और रेलवे के बीच इस मामले में कोई संवाद नहीं होता, जिससे बस सेवा बाधित है।