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CG News: रायपुर रूट पर बस सेवा 50% तक बंद, राजिम और सरायपाली रूट पर बसें न चलीं, यात्री परेशान…

CG News: महासमुंद जिले में छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन की हड़ताल का असर महासमुंद में भी देखने को मिला। महासमुंद से 50 फीसदी बसें ही रायपुर रूट पर चलीं।

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CG News: रायपुर रूट पर बस सेवा 50% तक बंद, राजिम और सरायपाली रूट पर बसें न चलीं, यात्री परेशान...(photo-patrika)

CG News: रायपुर रूट पर बस सेवा 50% तक बंद, राजिम और सरायपाली रूट पर बसें न चलीं, यात्री परेशान...(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन की हड़ताल का असर महासमुंद में भी देखने को मिला। महासमुंद से 50 फीसदी बसें ही रायपुर रूट पर चलीं। वहीं राजिम और सरायपाली रूट पर एक भी बस नहीं चली। इससे यात्री हलाकान हुए। त्योहार के बाद अपने कार्यस्थल की ओर जाने वाले लोगों को परेशानी हुई। रोजाना बस से ड्यूटी जाने वाले लोगों को भी दिक्कतें र्हुइं।

CG News: दो फाड़ की स्थिति

ड्राइवर महासंगठन ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर महाबंद का आयोजन किया है। ड्राइवर महासंगठन की हड़ताल का व्यापक असर सरायपाली और बलौदाबाजार जाने वाले मार्ग पर भी देखने को मिला। बसें नहीं चल रही थी।

महासमुंद से रायपुर मार्ग पर यात्रियों को थोड़ी राहत रही। आधे घंटे के अंतराल में एक-एक बस रवाना हुई। मिनी बस ऑपरेटर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राकेश चंद्राकर ने बताया कि कुछ मार्गों पर बस चली है और कुछ मार्गों पर बस नहीं चल पाई। राजिम रूट पर एक भी बस नहीं गई।

रायपुर रूट पर 50 फीसदी ही बसें चलीं

महासंगठन द्वारा स्थानीय संघों से अनुमति नहीं ली गई थी। सूचना भी नहीं दी गई थी। महानदी चालक-परिचालक संघ के अध्यक्ष भीखम यादव ने बताया कि सुबह कुछ बसें रायपुर मार्ग पर गई थी। लखौली के पास बसों को रोक दिया गया था। इस कारण यहां से बसें नहीं गईं। उपाध्यक्ष असलम अहमद ने बताया कि बलौदाबाजार रूट पर बसें नहीं र्गइं।

हड़ताल के संबंध में स्थानीय संघ को सूचना नहीं दी गई थी। राजू साहनी ने बताया कि रविवार को महासमुंद से बसें चलेंगी। यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं होगी। कई यात्री जो बस मार्ग से अन्य जिला जाना चाहते थे, वे हड़ताल के कारण असमंजस की स्थिति में रहे। राजधानी में भी बस नहीं चलने की जानकारी मिलने पर लोगों ने अपनी टिकट भी कैंसिल करा दिया। हड़ताल के कारण कई यात्रियों को लिट लेकर जाना पड़ा।

ये हैं प्रमुख मांगें

ड्राइवर महासंगठन और महासमुंद के स्थानीय बस एसोसिएशन में दो फाड़ की स्थिति रही। स्थानीय संघों ने हड़ताल की अनुमति नहीं लेने की बात कही है। जिसके कारण हड़ताल में शामिल नहीं हुए। बसों का परिचालन नहीं होने से लोग भटकते रहे। मुख्य मांगाें में ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड का गठन, ड्राइवर की दुर्घटना में मृत्यु होने पर परिवार को 20 लाख मुआवजा, ड्राइवर के दुर्घटना में दिव्यांग होने पर 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की।

एक सितंबर को ड्राइवर दिवस घोषित करने की मांग की है। ड्राइवर के परिवार वालों के लिए हेल्थ कार्ड, बीएनएस की धारा 105(10)10 साल की सजा व आठ हजार जुर्माना वाला कानून को हटाने की मांग रखी गई है। संघ ने पूर्ण शराबबंदी व ड्राइवर आयोग गठन की मांग की है।