साइबर ठगों ने उत्तराखंड के 76 साल के एक बुजुर्ग को 'डिजिटल अरेस्ट' कर 37 लाख रुपये ठग लिए गए। बुजुर्ग ने धोखेबाजों के झांसे में आकर अपनी दो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) तुड़वा दी और सारी रकम उनके बताए खातों में भेज दी।
हरिद्वार के रानीपुर भेल इलाके में रहने वाले बुजुर्ग ने साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 11 अगस्त को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को सरकारी अधिकारी बताया और कहा कि उनके आधार और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके अवैध बैंक खाते खोले गए हैं, जिनमें 400 करोड़ का लेनदेन हुआ है।
ठगों ने उन्हें सीबीआई, आरबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों की जांच और कानूनी कार्रवाई का डर दिखाया। इस दौरान उन्हें लगातार तीन दिनों तक वीडियो कॉल पर रखा गया और यह एहसास दिलाया गया कि वे घर पर ही 'डिजिटल अरेस्ट' में हैं।
धोखेबाजों ने बुजुर्ग को यह कहकर गुमराह किया कि उनके बैंक खातों में जमा रकम की जांच की जानी है। इसी बहाने उन्होंने अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने को कहा। डर के मारे बुजुर्ग ने अपनी दो FD तुड़वा दी और कुल 37 लाख ठगों के खातों में जमा करा दिए।
साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि पैसे किन खातों में गए और ठगों तक कैसे पहुंचा जा सकता है।