देवरिया में आंखे खोल देने वाला मामला सामने आया है, यहां एक भाई का अंतिम संस्कार करने से भाइयों ने सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उन्होंने अपनी संपति और जमीन बेच डाली थी।
देवरिया जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने खून के रिश्ते को भी शर्मसार कर दिया। बंटवारे को लेकर भाइयों के बीच चल रहे विवाद के बीच एक भाई की मौत के बाद स्थिति ऐसी बनी कि सभी भाइयों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया।
जानकारी के मुताबिक देवरिया के रहने वाले राम नक्षत्र उपाध्याय की 5 दिसंबर को मौत हो गई लेकिन जब उनके मौत की खबर परिजनों को मिली तो उनमें से कोई उन्हें देखने नहीं गया। जब पुलिस राम नक्षत्र उपाध्याय का शव लेकर मृतक के घर पहुंची तो परिजनों ने शव लेने से साफ-साफ इनकार कर दिया। वहीं जब इसकी वजह पूछी गई तो परिजनों ने उनकी प्रॉपर्टी को लेकर ऐसा आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी भी हक्के बक्के रह गए। जब कोई आगे नहीं आया तो पुलिसकर्मियों ने ही वर्दी का फर्ज निभाते हुए धार्मिक रीति-रिवाज से मृतक का अंतिम संस्कार किया। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बता दें कि यह घटना बरहज थाना क्षेत्र के छपरा नटुआ गांव की है। राम नक्षत्र घायल अवस्था में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे, लेकिन 5 दिसंबर को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। ऐसे में पुलिस ने नियमानुसार पंचायतनामा भरकर परिजनों को उनकी मौत की जानकारी दी। लेकिन उनमें से कोई भी उनका शव देखने नहीं पहुंचा। ऐसे में पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद कांस्टेबल आदित्य यादव के साथ मृतक के शव को उनके पते पर भिजवाया गया। लेकिन मृतक के भाइयों ने ये कहकर शव लेने से इनकार कर दिया कि राम नक्षत्र ने अपनी सारी जमीन और सम्पत्ति बेच दी है. ऐसे में अब वह उनका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस स्थिति को देखने के बाद पुलिसकर्मियों को भी काफी हैरानी हुई। सदर कोतवाल विनोद कुमार सिंह द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। राम नक्षत्र का अंतिम संस्कार देवरिया के कटैलवा घाट पर हिन्दू रीति रिवाज के साथ कराया गया। क्षेत्र में पुलिस के उस भूमिका को लोग दिल से सराह रहे हैं।