Indore Budhni Rail Project - एमपी में रेलवे के एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर से एक नई रेल लाइन बनाई जा रही है।
Indore Budhni Rail Project - एमपी में रेलवे के एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर से एक नई रेल लाइन बनाई जा रही है। रेलवे का यह नया ट्रैक प्रदेश के कई बड़े शहरों को सीधा जोड़ देगा। नई रेल लाइन से इंदौर के लिए इन शहरों की दूरी काफी कम हो जाएगी, राज्य के अनेक कस्बों में पहली बार ट्रेन पहुंचेगी। यह रेलवे लाइन इंदौर के मांगलिया गांव से बुदनी के वर्तमान यार्ड के बीच बिछाई जा रही है। 205 किलोमीटर के इस रेल प्रोजेक्ट पर बड़ा अपडेट सामने आया है। देवास जिले में रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का आंदोलन और तेज हो गया है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी किसानों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे हैं।
इंदौर बुदनी रेल लाइन का करीब 7 माह पहले लोकसभा में भी जिक्र हुआ था। नर्मदापुरम सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने प्रोजेक्ट के संबंध में सवाल पूछा था। इसके जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि नई रेल लाइन का काम तेजी से चल रहा है। 3261.82 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट पर मार्च 2024 तक 948.37 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रोजेक्ट के लिए 1107.25 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गाडरवारा और बुदनी के इटारसी से पहले ही जुड़े होने के कारण इन दोनों स्टेशनों के बीच के 137 किमी में काम नहीं होगा।
नई रेल लाइन के बन जाने से इंदौर से मुंबई और दक्षिण भारत की यात्रा के समय में खासी कमी हो जाएगी। यह लाइन प्रदेश के तीन जिलों सीहोर, देवास और इंदौर जिलों को जोड़ेगी। प्रस्तावित प्रोजेक्ट से जबलपुर, नरसिंहपुर, गाडरवारा, पिपरिया, इटारसी, नर्मदापुरम जैसे प्रमुख शहरों से इंदौर सीधा जुड़ जाएगा। इतना ही नहीं, नसरुल्लागंज, खातेगांव, कन्नौद जैसे कस्बों में भी ट्रेन पहुंच जाएगी।
इंदौर बुदनी रेल प्रोजेक्ट को क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए बेहद अहम बताया जा रहा है। इससे परिवहन सुविधाएं भी बेहतर होंगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। हालांकि नए प्रोजेक्ट का खासा विरोध भी हो रहा है।
इंदौर बुधनी रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण पर विवाद हो रहा है। देवास जिले में किसान अपनी जमीन को बहुत उर्वर बताते हुए इसे रेल लाइन में देने का विरोध कर रहे हैं। इसके लिए कन्नौद के पास कलवार में कई दिनों से किसानों का अनशन चल रहा है। रविवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी कलवार पहुंचे। उन्होंने रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में आंदोलनरत किसानों से चर्चा की।
अनशनस्थल पर मौजूद किसानों ने बताया कि पर्याप्त मुआवजा दिए बगैर उनकी जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। भूख हड़ताल पर बैठे कई किसानों की तबीयत बिगड़ चुकी है। यह इलाका देश के कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान के संसदीय क्षेत्र विदिशा के विधानसभा क्षेत्र खातेगांव का है। इसके बाद भी सरकार को किसानों की कोई फिक्र नहीं है।
इंदौर-नेमावर रोड पर स्थित कलवार गांव के किसानों ने बताया कि इंदौर-बुदनी रेलवे लाइन का रूट परिवर्तन कर इसे कलवार घाट से धनतालाब घाट तक सरकारी और वन भूमि से निकाला जाए। प्रभावित किसानों ने गाइडलाइन बढ़ा कर बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा देने की भी मांग की है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसानों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि कांग्रेस हर हाल में प्रभावित किसानों के साथ है।
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