Ganesh Chaturthi 2025: धमतरी जिले में 27 साल बाद गणेश चतुर्थी पर्व सर्वार्थ सिद्धी और सिद्ध योग में मनाया जाएगा। 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी पर शहर समेत विभिन्न वार्डों में पंडाल सजाकर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
Ganesh Chaturthi 2025: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 27 साल बाद गणेश चतुर्थी पर्व सर्वार्थ सिद्धी और सिद्ध योग में मनाया जाएगा। 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी पर शहर समेत विभिन्न वार्डों में पंडाल सजाकर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके लिए गणेशोत्सव समितियों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। इस साल शहर के गणेश पंडालों में राधा कृष्ण स्वरूप, शिव परिवार, मुंबई स्थित प्रसिद्ध सिद्धी विनायक समेत विभिन्न स्वरूपों में विघ्नहर्ता की प्रतिमा विराजित की जाएगी।
गणेशोत्सव पर्व को अब सिर्फ 15 दिन शेष है। ऐसे में मूर्तिकार भी विघ्नहर्ता की प्रतिमा को आकार देने में जुटे हुए हैं। पिछले 17 साल से मूर्तिकला के क्षेत्र में काम कर रहे मूर्तिकार गंगाराम नाग ने बताया कि इस साल छोटी प्रतिमाओं के साथ ही १६ से १८ फीट तक की गणेश प्रतिमाओं को आकार देने के लिए आर्डर मिला है।
गणेश प्रतिमा बनाने का काम लगभग 70 फीसदी तक पूरा कर लिया गया है। अब प्रतिमाओं को फिनिशिंग देने का काम किया जा रहा है। इसके बाद रंग-रोगन किया जाएगा। इसमें पर्यावरण का भी ध्यान रखा जाता है। गणेश प्रतिमाओं को लगाए जाने वाले सभी रंग इकोफ्रेंडली यूज किए जाते हैैं। इससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता है।
गणेशोत्सव को लेकर गणेश समितियों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। शहरी क्षेत्र में 100 से अधिक समितियां संचालित हैं। इस साल 120 से अधिक सार्वजनिक स्थानों में स्थापना की तैयारी चल रही है। समितियों ने टेंट, बैंड, डीजे के लिए आर्डर भी दे दिए हैं। शहर के कुछ पुराने व बड़े समितियों द्वारा इस साल भी झांकी प्रस्तुत की जाएगी। इसके लिए तैयारी जारी है।
गणेश मंदिर के पुजारी पंडित होमन प्रसाद शास्त्री, पंडित श्रीकांत तिवारी ने बताया कि मठ मंदिर चौक स्थित श्री सिद्धी विनायक गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी के पर्व पर हर साल की तरह इस साल भी 24 घंटे का अखंड जलाभिषेक किया जाएगा। गणेश अथर्वशीर्ष पाठ के साथ श्री सिद्धी विनायक गणेश, रिद्धी और सिद्धी का भी अभिषेक किया जाएगा। पश्चात श्रृंगार, हवन-पूजन और प्रसादी वितरण किया जाएगा।
लाभ सुबह 6.9 अपराह्न से 7.44 तक
अमृत प्रातः 7.44 अपराह्न से 9.18 तक
शुभ प्रातः 10.30 अपराह्न से 2 12.28 बजे तक
अभिजीत उत्सव प्रातः 1.30 अपराह्न से दोपहर 12.24 बजे तक
चार शुभ दोपहर 3.38 बजे से 5.33 बजे तक
लाभ शाम 5.13 अपराह्न से 6.48 अपराह्न तक