Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा पर तुलसी पूजा और खास उपाय करने से सुख-समृद्धि, धन और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। जानें शरद पूर्णिमा की रात तुलसी से जुड़े 5 सरल उपाय और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का तरीका।
Sharad Purnima 2025: इस साल शरद पूर्णिमा का पावन दिन 6 अक्टूबर यानी कल है। इसे कोजागरी पूर्णिमा और अश्विन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा अपनी सभी 16 कलाओं से पूर्ण होता है और उसकी चांदनी अमृत समान मानी जाती है। यही कारण है कि शरद पूर्णिमा की रात को विशेष महत्व दिया गया है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन तुलसी माता की पूजा या उनसे जुड़े कुछ आसान उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि, धन और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। तुलसी को लक्ष्मी जी का स्वरूप माना गया है, इसलिए शरद पूर्णिमा पर तुलसी पूजन विशेष फलदायी होता है। तो आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा पर तुलसी के साथ कौन-कौन से उपाय करने चाहिए।
शरद पूर्णिमा की रात जब चांद निकल आए, तब तुलसी के पौधे के पास घी या तिल के तेल का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में धन और अन्न की वृद्धि होती है और नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
इस दिन तुलसी माता की परिक्रमा करना भी बहुत शुभ फल देता है। रात को 7 या 11 बार तुलसी के पौधे की परिक्रमा करें और इसके बाद 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें। इससे घर में सकारात्मकता बनी रहती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शरद पूर्णिमा पर एक तांबे या चांदी का सिक्का तुलसी के पौधे के नीचे रखकर दीपक जलाएं। अगली सुबह उस सिक्के को पर्स या तिजोरी में रख लें। इससे अचानक धनलाभ के योग बनते हैं और घर में कभी पैसों की कमी नहीं रहती।
अगर आप मानसिक तनाव या बेचैनी से परेशान हैं, तो शरद पूर्णिमा की रात तुलसी के पास बैठकर ध्यान करना बेहद लाभकारी होता है। चांद की ठंडी रोशनी और तुलसी की सुगंध मन को शांति देती है और एकाग्रता बढ़ाती है। यह उपाय न सिर्फ आध्यात्मिक शांति देता है, बल्कि मन को भी सकारात्मक बनाता है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शरद पूर्णिमा की रात तुलसी के पास बैठकर 'ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। यह साधना आपको धन, सौभाग्य और सुख-समृद्धि दिलाने में मदद करती है।