Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर जिले में खाकी को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। भैंस चोरी का मुकदमा दर्ज कराने के लिए महिला को अपनी आबरू तक की बाजी लगानी पड़ी।
Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर जिले में खाकी को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। बाड़ी शहर के सदर थाना क्षेत्र में भैंस चोरी का मुकदमा दर्ज कराने के लिए महिला को अपनी आबरू तक की बाजी लगानी पड़ी। महिला ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी ने एक साल तक उसके साथ रेप किया। जिसकी शिकायत उसने पुलिस अधीक्षक से की।
एसपी के आदेश के बाद थानाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उसे लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जानकारी जब ऊपर तक पहुंची तो आईजी ने थानाधिकारी को संस्पेंड कर प्रकरण की जांच डीग सीओ को दी है।
महिला ने शिकायत में बताया कि वह थाने में एक साल पहले भैंस चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराने आई थी। महिला ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी विनोद कुमार ने महिला की तहरीर के आधार पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। महिला के फोन नंबर पर थानाधिकारी ने फोन करके उसे सरकारी क्वार्टर पर बुलाया और उसके साथ शरीरिक संबंध बनाए और लगातार रेप किया।
महिला ने बताया कि बाद में थानाधिकारी ने मोबाइल नंबर लेकर वह लगातार संपर्क में रहा और बार-बार सरकारी क्वार्टर बुलाकर शारीरिक शोषण करता रहा। इतना ही नहीं थानेदार को डर था कि कहीं उसकी करतूत सामने ना आ जाए। इसलिए वह क्वार्टर पर बुलाने के बाद उसके मोबाइल की बैटरी निकला देता था। महिला के अनुसार कुछ समय बाद उसकी भैंस वापस मिल गई, लेकिन चोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
महिला ने बताया कि कुछ समय बाद महिला की भैंस फिर से चोरी हो गई। दूसरी बार जब वह शिकायत लेकर थाना प्रभारी के पास पहुंची तो उसने दोबारा भैंस दिलाने का झांसा देकर रेप किया। बाद में झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उसे भगा दिया। जिसकी शिकायत महिला ने पुलिस अधीक्षक से की। एसपी की शिकायत के अनुसार थानाधिकारी पर मामला दर्ज कराया गया साथ ही पुलिस अधीक्षक ने थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया।
विकास सांगवान ने गुरुवार को कार्रवाई कर महिला पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया साथ ही आरोपित थाना प्रभारी को पहले लाइन हाजिर कर विभागीय जांच एएसपी धौलपुर महिला सेल हवा सिंह को दी। बाद में डीजीपी को मामले से अवगत कराते हुए रेंज आईजी कैलाश चन्द्र विश्नोई ने आरोपित को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया, जबकि प्रकरण की जांच डीग सीओ को दी है।
मामले को गंभीर मानते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज कराई। प्रकरण में रेंज आइजी ने निलंबित किया है। विभागीय स्तर पर भी जांच शुरू कर दी है। एफआइआर की जांच डीग सीओ को सौंपी है।
-विकास सांगवान, पुलिस अधीक्षक