Dungarpur News : डूंगरपुर के आसपुर वन क्षेत्र के माल गांव में एक जंगली मादा सूअर का शिकार किया गया। वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर एक शिकारी को गिरफ्तार किया।
Dungarpur News : डूंगरपुर के आसपुर वन क्षेत्र के माल गांव में जंगली सूअर के शिकार का मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर एक शिकारी को गिरफ्तार किया, जबकि उसके पांच साथी फरार हो गए। आरोपी की पहचान झल्लारा निवासी लोगर पुत्र उदा मीणा के रूप में हुई है, जो एक पेशेवर शिकारी है।
मौके से एक मादा जंगली सूअर का शव और बाइक बरामद की गई। शिकारी ने मादा सूअर के पेट में गोली मारकर शिकार किया, ताकि सिर सुरक्षित रहे और उसका उपयोग सजावट के लिए किया जा सके। आरोपी को कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
शिकार की प्रकृति ने वन विभाग को चौंका दिया है। क्षेत्रीय वन अधिकारी सोनम मीणा ने बताया कि क्षेत्र में लेपर्ड और जंगली सूअर के शिकार में एक सी समानता है। बाहरी लोग यहां के लोकल शिकारी के साथ मिलकर जंगली जानवरों का शिकार कर रहे हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी के अनुसार, बाहरी गैंग स्थानीय शिकारियों की मदद से इन घटनाओं को अंजाम दे रही है। विस्तृत जांच की जा रही हैं।
पूछताछ में सामने आया है कि शिकारी मुख्य मार्गों और पुलिस थानों से बचने के लिए अंदरुनी मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। शिकारी सलूम्बर, प्रतापगढ़ और उदयपुर से शाम को निकलते हैं। वे आसपुर से सागवाडा, सीमलवाडा, डूंगरपुर क्षेत्र के जंगल में रात के अंधेरे में शिकार करते है।
जहां से वापसी के लिए ये शिकारी अंदरूनी गांवों के रुट का उपयोग करते है। इसमें यह सागवाडा और सीमलवाडा मुख्य मार्ग और पुलिस थाने को छोड़कर भीतरी रुट से होते हुए माल गांव से नांदगी सागोर के रास्ते धरियावाद होकर प्रतापगढ़ जिले में प्रवेश कर जाते है। इससे पूंजपुर पुलिस चौकी, आसपुर थाना, निठाउवा वन नाका, आसपुर वन नाका की जांच से बच जाते है।
साबला वन क्षेत्र में पिछले कुछ समय में वन्य जीवों के शिकार का यह दूसरा बड़ा मामला सामने आया है। पैंथर के शिकार के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली है।