डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना क्षेत्र के सुराता गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है। यहां एक युवक ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर के पास स्थित अपनी दुकान के तहखाने में दफना दिया।
डूंगरपुर। जिले के चौरासी थाना क्षेत्र के सुराता गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है। यहां एक युवक ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर के पास स्थित अपनी दुकान के तहखाने में दफना दिया। आरोपी पति ने इस राज को छह दिन तक छिपाए रखा, लेकिन बाद में खुद चौरासी थाना पहुंचकर पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस ने आरोपी पति अरविंद रोत पुत्र कारीलाल रोत को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस उपाधीक्षक राजकुमार राजोरा ने बताया कि सुराता निवासी अरविंद और उसकी पत्नी चेतना के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी विवाद के चलते 27 सितंबर की रात को अरविंद ने चेतना की गला दबाकर हत्या कर दी। अरविंद की गांव में टेंट हाउस की दुकान है, उसने शव को इसी दुकान के तहखाने में गड्ढा खोदकर दफना दिया था।
1 अक्टूबर को अरविंद ने चौरासी थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तत्काल अरविंद को डिटेन कर लिया और मृतका के पीहर पक्ष खेड़ा सामोर में सूचना दी। सूचना मिलते ही पीहर पक्ष मौके पर पहुंचा और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस की समझाइश और पीहर व ससुराल पक्ष के बीच शाम को वार्ता सफल होने के बाद मामला शांत हुआ।
इसके बाद एसडीएम की मौजूदगी में दफनाए गए शव को बाहर निकलवाया गया और जिला मुर्दाघर में रखवाया गया। पुलिस की ओर से शव का पोस्टमार्टम और अन्य अग्रिम कार्रवाई शनिवार को की जाएगी। इधर, प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी अरविंद अपनी पत्नी चेतना के चरित्र पर शक करता था और इसी बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। हालांकि, पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विस्तृत जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
मृतका चेतना के पिता कान्तिलाल पुत्र रामजी ननोमा (खेड़ा सामोर ) ने पुलिस को रिपोर्ट दी है। उन्होंने बताया कि उनकी पुत्री चेतना का विवाह 2017 में अरविंद रोत के साथ हुआ था और दोनों की एक संतान भी है। कान्तिलाल ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को पति अरविंद और उसके परिजनों ने मारकर घर के अंदर दफना दिया है। पूर्व में भी पति और परिजन चेतना को परेशान करते थे और उसके साथ मारपीट व झगड़ा करते थे। पिता ने सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम सोनू कुमार गुर्जर, डिप्टी राजकुमार राजोरा, झोथरी तहसीलदार नितेश पंचोली, धंबोला थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान, कुआं थानाधिकारी रामेंग पाटीदार, छत्तर सिंह, राजाराम रेबारी, खुशपाल सिंह, विवेक लबाना सहित चार थानों का पुलिस जाब्ता और जिला स्तर से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया। पूरे क्षेत्र में घेराबंदी की गई ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।