Lumpy Virus entry in Rajasthan : राजस्थान में गो-वंश के लिए जानलेवा लंपी वायरस ने एंट्री कर दी है। पशुपालन विभाग की नींद उड़ गई है। पशुपालन विभाग ने गो-वंश में वैक्सीनेशन कार्य तेज कर दिया है। जानें लक्षण और उपाय।
Lumpy Virus entry in Rajasthan : गो-वंश के लिए जानलेवा लंपी वायरस ने एक बार फिर राजस्थान में एन्ट्री ले ली है। कोटा में बीते चार दिन में एक साथ 16 मवेशियों में लंपी वायरस की पुष्टि होने के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारियों एवं कार्मिकों की भी नींद उड़ा दी हैं। लंपी वायरस की कोटा में दस्तक के साथ ही स्थानीय पशुपालन विभाग ने गो-वंश में वैक्सीनेशन कार्य तेज कर दिया है। करीब छह लाख 36 हजार गो-वंश के वैक्सीनेशन के लक्ष्य के मुकाबले बीते दिनों में एक लाख पशुओं को वैक्सीनेशन कर दिया है। पशुपालन विभाग ने आसपुर में 11050, बिछीवाड़ा में 6761, चीखली में 11177, दोवड़ा में 14801, गलियाकोट में आठ हजार, झौथरी में 8205, खेड़ा में 8679, पॉली क्लिनिक में 500, साबला में 8220, सागवाड़ा में 16240 एवं सीमलवाड़ा में 12257 सहित कुल एक लाख 5890 पशुओं का टीकाकरण हुआ है।
1- लम्पी एक विषाणुजनित चर्म रोग है।
2- पशु को तेज बुखार, आंख नाक से पानी गिरना।
3- पैरो में सूजन, कठोर और चपटी गांठ से शरीर भरना।
4- सांस लेने में दिक्कत।
5- पशुओं में घाव, गर्भपात या दूध कम होना।
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1- संक्रमित पशु को स्वस्थ्य पशु से अलग रखें ताकि संक्रमण न फैले। कीटनाशक और विषाणुनाशक से पशुओं के परजीवी कीट, किल्ली, मक्खी और मच्छर आदि को नष्ट करें।
2- पशुओं के बाड़े की साफ-सफाई रखें। किसी पशु में लंपी वायरस के लक्षण दिखें, तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें स्वस्थ पशुओं का टीकाकरण करवाएं ताकि वह अन्य बीमारियों से भी दूर रहे।
लंपी वायरस का जिले में पहला केस आठ अगस्त 2022 को सामने आया था तथा यह सितंबर व अक्टूबर 2022 का समय पूरे चरम पर था। अंतिम केस नवंबर 2022 में सामने आया था। लंपी वायरस से जिले में अगस्त से नवंबर 2022 के मध्य रिकार्ड 1455 गो-वंश काल का ग्रास बन गए थे।
पशुपालन विभाग संयुक्त निदेशक डा. दिनेशचन्द्र बामणिया ने कहा कि लंपी वायरस का डूंगरपुर में फिलहाल एक भी केस सामने नहीं आया है। पर, पशुपालन विभाग पूरी मुस्तैदी के साथ टीकाकरण में जुट गया है। अब तक एक लाख से अधिक पशुओं को टीकाकरण करने के साथ ही पशुपालकों को सावचेत कर रहे हैं।
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