CSIR UGC NET December 2025 परीक्षा 18 दिसंबर को होगी। जानें एग्जाम पैटर्न, सेक्शन-वाइज मार्किंग स्कीम और निगेटिव मार्किंग के नियम।
CSIR UGC NET December 2025: सीएसआईआर यूजीसी नेट दिसंबर 2025 की तारीख सामने आते ही देशभर के छात्रों में तैयारी की रफ्तार तेज हो गई है। 18 दिसंबर को होने वाली यह परीक्षा सिर्फ जूनियर रिसर्च फेलोशिप का मौका नहीं देती बल्कि कॉलेजों में पढ़ाने का रास्ता भी खोलती है। इसलिए उम्मीदवारों के लिए जरूरी है कि वे पेपर का पैटर्न और निगेटिव मार्किंग अच्छी तरह समझकर ही तैयारी करें। नीचे पूरे एग्जाम स्ट्रक्चर को आसान भाषा में समझाया गया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) यह परीक्षा तीन घंटे की अवधि में लेगी। पेपर ऑनलाइन होगा और कुल 200 अंकों का रहेगा। इसमें लाइफ साइंस, अर्थ साइंस, केमिकल साइंस, मैथमैटिकल साइंस और फिजिकल साइंस जैसे प्रमुख विज्ञान विषय शामिल हैं।
पेपर को तीन भागों - पार्ट ए, पार्ट बी और पार्ट सी में बांटा गया है। हर पार्ट उम्मीदवार की अलग तरह की समझ और क्षमता को परखता है।
पार्ट ए - जनरल एप्टीट्यूड: यह सेक्शन सभी विषयों के लिए कॉमन है। इसमें तर्कशक्ति, ग्राफ पढ़ने की क्षमता, डेटा इंटरप्रिटेशन और बेसिक मैथ्स के सवाल आते हैं। 20 सवाल दिए जाते हैं जिनमें से 15 हल करने होते हैं।
पार्ट बी - सब्जेट आधारित सवाल: इस हिस्से में आपके चुने हुए विषय से सीधे जुड़े सवाल आते हैं। यह सेक्शन आपकी बुनियादी समझ को परखता है
पार्ट सी - एनालिटिकल एबिलिटी टेस्ट: यह पेपर का सबसे चुनौतीपूर्ण सेक्शन माना जाता है। इसमें हाई लेवल एनालिटिकल और प्रॉब्लम-सॉल्विंग सवाल होते हैं। यहां सिर्फ जानकारी नहीं, बल्कि उसे इस्तेमाल करके सही समाधान निकालने की क्षमता देखी जाती है।
सीएसआईआर नेट की एक खासियत यह है कि हर विषय में निगेटिव मार्किंग के नियम अलग होते हैं। इसलिए गलत उत्तर पर होने वाली कटौती को समझना बेहद जरूरी है।
केमिकल साइंस: हर गलत जवाब पर 25% अंक काटे जाते हैं।
अर्थ साइंस: पार्ट ए और बी में 25% कटौती, वहीं पार्ट सी में 33% तक की निगेटिव मार्किंग लागू होती है।
लाइफ साइंस: तीनों पार्ट में 25% निगेटिव मार्किंग समान रूप से लागू होती है।
मैथमैटिकल साइंस: पार्ट ए और बी में 25% कटौती, लेकिन पार्ट सी में कोई निगेटिव मार्किंग नहीं है।
फिजिकल साइंस: तीनों सेक्शन में 25% अंक गलत उत्तर पर काटे जाते हैं।
परीक्षा में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में नए टॉपिक शुरू करने की बजाय रिवीजन पर ध्यान देना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। साथ ही, यह जानना भी जरूरी है कि किस सेक्शन में कितनी निगेटिव मार्किंग है, ताकि पेपर करते समय गलत जवाबों से नुकसान न हो। सीएसआईआर नेट सिर्फ ज्ञान नहीं बल्कि समय का सही इस्तेमाल और समझदारी से सवाल चुनने की क्षमता भी चेक करता है।