Indian Army Salary: भारतीय सेना में कार्य करना न केवल देशभक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह एक प्रतिष्ठित करियर भी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सेना में प्रमोशन कैसे होता है? इसके क्या नियम होते हैं और प्रमोशन के बाद कितनी सैलरी बढ़ती है?
Indian Army rank-wise salary: भारतीय सेना में पदोन्नति योग्यता, प्रदर्शन, सेवा की अवधि और परीक्षा पर आधारित होती है। इसमें शुरुआती प्रमोशन अक्सर सेवा के आधार पर होता है। वहीं, उच्च पदों के लिए प्रदर्शन और योग्यता के मूल्यांकन की आवश्यकता होती है। प्रमोशन के साथ, सैनिक को बढ़ा हुआ वेतन, उच्च ग्रेड और अधिक भत्ते मिलते हैं, जो अनुभव और जिम्मेदारी बढ़ने के साथ-साथ बढ़ते जाते हैं।
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भारतीय सेना में औसत वेतन रैंक और अनुभव के अनुसार अलग-अलग होता है, जो आमतौर पर सिपाही जैसे शुरुआती स्तर के पदों के लिए 25,000 रुपये प्रति माह से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के लिए 2,50,000 रुपये प्रति माह तक होता है। वेतन के अलावा, कर्मियों को भत्ते, लाभ और पेंशन भी मिलते हैं, जो इसे एक लाभदायक और सुरक्षित करियर विकल्प बनाता है।
| रैंक | मूल वेतन (प्रति माह) |
|---|---|
| भारतीय सिपाही | 25,000 – 30,000 |
| लांस नायक / नाइक | 30,000 – 40,000 |
| हवलदार | 35,000 – 45,000 |
| नायब सूबेदार | 40,000 – 50,000 |
| सूबेदार / सूबेदार मेजर | 45,000 – 65,000 |
| लेफ्टिनेंट | 56,100 |
| कप्तान | 61,300 |
| प्रमुख (मेजर) | 69,400 |
| लेफ्टिनेंट कर्नल | 1,21,200 |
| कर्नल | 1,30,600 |
| ब्रिगेडियर | 1,39,600 |
| महा सेनापति (मेजर जनरल) | 1,44,200 |
| लेफ्टिनेंट जनरल | 1,82,200 |
| जनरल (सेना प्रमुख) | 2,50,000 |
भारतीय सेना के जवानों को उनके मूल वेतन के अलावा कई तरह के भत्ते मिलते हैं, जो उनकी सैन्य सेवा की प्रकृति और रहन-सहन की स्थिति के अनुसार होते हैं। इनमें महंगाई भत्ता, सैन्य सेवा वेतन, उच्च ऊंचाई भत्ता, क्षेत्रीय क्षेत्र भत्ता, विशेष बल भत्ता, और परिवहन, आवास एवं शिक्षा भत्ते जैसे लाभ शामिल हैं।
सेना में प्रमोशन योग्यता-आधारित और समयबद्ध दोनों होती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले लोग आगे बढ़ते रहें।