Kendriya Vidyalaya vs Navodaya Vidyalaya: KV (Kendriya Vidyalaya) और Navodaya Vidyalaya (JNV), दोनों ही भारत सरकार के प्रतिष्ठित स्कूल नेटवर्क हैं, लेकिन इनकी स्थापना और उद्देश्य अलग-अलग हैं। आइए जानते हैं कि इनमें से सबसे पुराना कौन है।
KV And Kendriya Vidyalaya Establishment Year: आजकल सभी के माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ें। लेकिन, कई बार स्कूलों की ज्यादा फीस के कारण बच्चों को अच्छे और महंगे स्कूलों में पढ़ाना मुश्किल हो जाता है। सरकारी स्कूलों की बात करें तो लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाना पसंद नहीं करते। लेकिन, कुछ सरकारी स्कूल ऐसे हैं जो बेस्ट माने जाते हैं, जिनकी फीस भी कम होती है। इन स्कूलों में केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय शामिल हैं।
दोनों सरकारी स्कूलों का संचालन भारत सरकार करती है। भारत में कुल 1253 केंद्रीय विद्यालय हैं और 3 विदेश में हैं। वहीं, नवोदय विद्यालय की बात करें तो ये 661 हैं।
स्थापना वर्ष - 1963
स्थापित करने वाला संगठन: भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय)
केंद्र सरकार के कर्मचारियों (विशेषकर स्थानांतरित होने वाले) के बच्चों को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना।
पहला KV, दिल्ली में खोला गया था।
स्थापना वर्ष: 1986
स्थापित करने वाला संगठन - राष्ट्रीय शिक्षा नीति (1986) के तहत
केवीएस में एडमिशन के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होती है। यहां केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है, फिर राज्य सरकार और आम लोगों को.
नवोदय विद्यालय क्लास 6 में एडमिशन के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (JNVST) में पास होना जरूरी होता है। कक्षा 9 और 11 के लिए भी परीक्षा आयोजित की जाती है।
केंद्रीय विद्यालय की फीस लगभग 500-1000 रुपये प्रति माह होतीहै। लेकिन, केंद्रीय कर्मचारियों के बच्चों को कई तरह की छूट मिलती है। इसके साथ ही SC/ST और लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा की सुविधा भी उपलब्ध है। नवोदय विद्यालय पूरी तरह मुफ्त में शिक्षा देता है। कक्षा 9 से ऊपर के लिए मामूली शुल्क हो सकता है।
केंद्रीय विद्यालय CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) से संबद्ध रखता है। यहां अंग्रेजी और हिंदी, दोनों माध्यम में पढ़ाई होती है। नवोदय विद्यालय CBSE से संबद्ध रखता है। हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई पर जोर दिया जाता है।
केंद्रीय विद्यालय सभी वर्गों के लिए खुला है, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है। वहीं, नवोदय विद्यालय में 75% सीटें ग्रामीण बच्चों के लिए आरक्षित हैं।
केंद्रीय विद्यालय में लैब, लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं होती हैं।
नवोदय विद्यालय में स्मार्ट क्लास, खेल मैदान जैसी सुविधाएं होती हैं।