H1B Visa: H1B वीजा की लिमिटेड संख्या और लॉटरी सिस्टम के चलते अब कई प्रोफेशनल्स इसके वैकल्पिक विकल्प तलाश रहे हैं। ऐसे में L1 और O1 वीजा को H1B के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। पर क्या सच में ये वीजा वास्तव में बेहतर ऑप्शन हैं?
L1 Visa vs H1B Visa: अमेरिकी प्रशासन द्वारा नए एच-1बी आवेदनों पर 100,000 डॉलर के भारी शुल्क की घोषणा के बाद अब कई लोगों के मन में बडे सवाल हैं। कई लोग पूछ रहे हैं कि क्या कम-ज्ञात एल-1 और O-1 वीजा इसका विकल्प हो सकता है? एल-1 का उपयोग दशकों से बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा विदेशी और अमेरिकी कार्यालयों के बीच अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच फेरबदल के लिए किया जाता रहा है। आइए जानते हैं क्या ये ऑप्शन सही है या नहीं।
L1 वीजा मल्टीनेशनल कंपनियों के उन कर्मचारियों को मिलता है, जो भारत की ब्रांच के लिए अमेरिका की ब्रांच में काम कर रहे हैं। यह वीजा मैनेजर, एग्जीक्यूटिव और स्पेशलाइज्ड नॉलेज वाले कर्मचारियों को दिया जाता है। इसमें L1-A वीजा (मैनेजर और एग्जीक्यूटिव के लिए) और L1-B वीजा (स्पेशलाइज्ड नॉलेज वालों के लिए) दो कैटेगरी होती हैं। वैसे तो ये वीजा 1 से 3 साल तक वैध होता है, लेकिन अब इसे बढ़ाया जा सकता है।
अलग-अलग कंपनी कैटेगरी के हिसाब से एक्स्ट्रा चार्ज L1 वीजा के लिए बेस एप्लिकेशन फीस लगभग $7000 (6.17 लाख रुपये) है। इसी तरह L1, जो पूरी तरह से एम्प्लॉयर से जुड़ा होता है, की लागत औसतन $7000 (6.17 लाख रुपये) यानी H-1B वीजा की फीस के दसवें हिस्से से भी कम है।
01 वीजा उन लोगों के लिए है जिनके पास विशेष स्किल या एक्स्ट्राऑर्डिनरी प्रतिभा है। यह वीजा आर्ट्स, साइंस, एजुकेशन, बिजनेस या स्पोर्ट्स, टीवी इंडस्ट्री जैसे क्षेत्रों में काम करने वालों को दिया जाता है। यह वीजा 3 साल तक वैध रहता है और जरूरत पड़ने पर इसे एक-एक साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
01 वीजा के लिए 12,000 डॉलर (करीब 10.6 लाख रुपये) खर्च आता है।
H1B वीजा किसी भी अमेरिकी कंपनी में स्पेशल स्किल जॉब्स के लिए होता है, जिसके लिए हर साल लॉटरी सिस्टम होता है। जबकि 01 और L1 वीजा ज्यादा स्पेसिफिक हैं और इनमें H1B जितनी लिमिटेशन नहीं है। खासकर 01 वीजा उन लोगों के लिए बेहतर है, जिन्हें अपने क्षेत्र में पहले से ही बड़ा नाम और पहचान मिली है।
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