राज्य के 21 जिलों में पहले से ही PG पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध थी, लेकिन मधेपुरा को शामिल किए जाने के बाद यह संख्या 22 जिलों तक पहुंच गई है।
NEET PG 2025: बिहार के मेडिकल छात्रों के लिए अहम अपडेट सामने आ गया है। बिहार के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में पोस्टग्रेजुएट (PG) सीटों की संख्या बढ़कर अब 204 हो गई है। राज्य के 21 जिलों में पहले से ही PG पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध थी, लेकिन मधेपुरा को शामिल किए जाने के बाद यह संख्या 22 जिलों तक पहुंच गई है। इसके साथ ही 12 नई PG सीटों को अतिरिक्त मंजूरी भी दे दी गई है। वर्तमान समय में MBBS की सीटें राज्य में तीन हजार से अधिक हैं, जिससे PG शिक्षा की बढ़ती आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (DNB) कार्यक्रम के तहत और 60 सीटों के लिए स्वीकृति मिलने की संभावना है। इन सीटों का प्रस्ताव राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड (NBEMS) के पास विचाराधीन है और विभाग को उम्मीद है कि जल्द ही इन पर भी मंजूरी मिल जाएगी। सीटें बढ़ने से राज्य के MBBS पास छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने की जरूरत कम होगी और एक्सपर्ट डॉक्टरों की कमी को दूर करने में भी मदद मिलेगी। PG सीटों में 50 प्रतिशत सीटें बिहार के मेडिकल कॉलेजों से पास होने वाले विद्यार्थियों के लिए आरक्षित रखी जाएंगी। सभी कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। फिलहाल राज्य में 35 जिला अस्पताल मौजूद हैं और दस मेडिकल कॉलेजों में से नौ को PG सीटों की स्वीकृति पहले से ही प्राप्त है।
नई स्वीकृति की बात करें तो पहले राज्य में DNB के तहत 192 PG सीटें उपलब्ध थीं, जिनमें अब 12 नई सीटें जोड़ दी गई हैं। लेटेस्ट मंजूरी के अनुसार, दरभंगा मेडिकल कॉलेज को साइकियाट्री में दो सीटें मिली हैं। सीवान जिला अस्पताल को प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में दो सीटें दी गई हैं। सारण मेडिकल कॉलेज में जनरल मेडिसिन और एनेस्थिसिया के दो-दो पद स्वीकृत किए गए हैं। वहीं मधेपुरा जिला अस्पताल को ओबीजी विभाग में चार सीटों की मंजूरी प्रदान की गई है।