क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मन्हास ने कोचिंग की दुनिया में कदम रखा। वे पंजाब क्रिकेट टीम, बांग्लादेश अंडर-19 टीम, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और गुजरात टाइटन्स की सपोर्ट स्टाफ टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
BCCI के नए अध्यक्ष का चुनाव कर लिया गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष पद की कमान अब एक और पूर्व क्रिकेटर के हाथों में आ गई है। रविवार को मुंबई में हुई वार्षिक आम बैठक (AGM) में मिथुन मन्हास को सर्वसम्मति से नया अध्यक्ष चुना गया। मन्हास इस पद पर चुने जाने वाले लगातार तीसरे क्रिकेटर हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी यह दायित्व संभाल चुके हैं। 45 वर्षीय मिथुन मन्हास को AGM में बिना किसी विरोध के अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने रोजर बिन्नी की जगह ली है। AGM से पहले ही संकेत मिल गए थे कि मन्हास इस दौड़ में सबसे मजबूत दावेदार हैं। अब भारतीय क्रिकेट के प्रशासन और भविष्य की नीतियों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है।
बैठक में सिर्फ अध्यक्ष ही नहीं, बल्कि पूरी नई टीम का गठन हुआ। राजीव शुक्ला बोर्ड के उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। देवजीत सैकिया को सचिव, प्रभतेज सिंह भाटिया को संयुक्त सचिव, ए. रघुराम भट को कोषाध्यक्ष, जयदेव निरंजन शाह को एपेक्स काउंसिल सदस्य, अरुण सिंह धूमल और एम. खैरुल जमाल मजूमदार को गवर्निंग काउंसिल सदस्य की जिम्मेवारी दी गई है।
मिथुन मन्हास ने 1997-98 में दिल्ली की ओर से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और जल्दी ही टीम के अहम खिलाड़ी बन गए। मन्हास ने दिल्ली रणजी टीम की कप्तानी की और 2007-08 सीजन में टीम को खिताब जिताया। उस सीजन में उन्होंने 921 रन बनाए, जिससे उनकी बल्लेबाजी का लोहा पूरे देश ने माना। यही वह दौर था जब विराट कोहली ने भी अपनी घरेलू क्रिकेट की शुरुआत मन्हास की कप्तानी में की। मन्हास ने 157 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 9714 रन बनाए।रणजी ट्रॉफी में उनके 8554 रन दर्ज हैं, जो अब तक के सातवें सर्वाधिक हैं।इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में वे दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेले।
बोर्ड के नए अध्यक्ष मिथुन मन्हास की शुरूआती पढ़ाई-लिखाई जम्मू-कश्मीर से हुई है। मन्हास पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद में भी लगे रहते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिथुन मन्हास की उच्चतम शिक्षा ग्रेजुएशन है। उसके बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान खेल में ही लगाया।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मन्हास ने कोचिंग की दुनिया में कदम रखा। वे पंजाब क्रिकेट टीम, बांग्लादेश अंडर-19 टीम, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और गुजरात टाइटन्स की सपोर्ट स्टाफ टीम का हिस्सा रह चुके हैं।