International cyber fraud gang busted इटावा पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का खुलासा किया है जिसका तीन देश और 11 राज्यों में जाल फैला था। पकड़े गए अभियुक्त इटावा, बुलंदशहर, झांसी, बलिया के रहने वाले हैं।
International cyber fraud gang busted इटावा में अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया गया है। पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जिनमें बलिया, झांसी, इटावा और बुलंदशहर के रहने वाले हैं। सभी देहरादून में एनडीए की तैयारी के दौरान संपर्क में आए थे। कम समय में अधिक पैसा कमाने के लिए उन्होंने साइबर ठगी का रास्ता अपनाया। एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि सोशल मीडिया और गेमिंग एप के माध्यम से साइबर ठगी करते थे। चार को गिरफ्तार किया गया है। एक फरार है। घटना कोतवाली क्षेत्र की है।
उत्तर प्रदेश के इटावा में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जब मुखबिर की सूचना पर सदर कोतवाली क्षेत्र के ख्वाजा गेट के पास से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि बड़े स्तर पर ट्रांजैक्शन करने के लिए करंट अकाउंट की जरूरत थी। इसलिए वह लोग फर्म या लघु उद्योग के नाम पर एमएसएमई (MSME) सर्टिफिकेट बनवाते थे। एमएसएमई सर्टिफिकेट के आधार पर अलग-अलग बैंकों में करंट अकाउंट खुलवाते हैं।
उन खातों की डिटेल टेलीग्राम एप और व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा जाता था। प्रत्येक खाते में एक करोड रुपए की धनराशि का ट्रांजैक्शन कर लेते हैं। जिसमें उन लोगों को तीन से चार प्रतिशत कमीशन मिलता है। जिससे हम लोग आपस में बांट लेते हैं।
पूछताछ के दौरान पकड़े गए अभियुक्तों ने ने बताया कि वह लोग देहरादून एनडीए की तैयारी करने के लिए गए थे। यहीं पर उनकी मुलाकात हुई है। एनडीए में असफल होने के बाद उन्होंने गिरोह बनाकर ठगी का कार्य शुरू किया। ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड को वैध रूप से प्रस्तुत करके युवाओं को फंसाते थे और डिजिटल मनी लेंडिंग के माध्यम से कमाई होती थी।
फर्जी करंट अकाउंट खुलवाने के लिए भी युवाओं को लालच देकर फंसाया जाता था। उनसे कहा जाता था कि पैसा आने पर कमीशन मिलेगा। युवाओं को लुभाने के लिए ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट भी भेजा जाता था। इसमें एपीके (APK) सॉफ्टवेयर भी डाउनलोड करवाया जाता था। जिससे कि खाता पूरी तरह उनके हाथ में आ जाता था।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनके संपर्क चीन, हांगकांग, इंदौर, इंडोनेशिया तक थे। वहां के अपराधियों से भी इनका संपर्क था। गिरफ्तार हिमांशु चौधरी ने बताया कि बंधन बैंक के खाते में 25 मई से 28 मई के बीच 80 लाख रुपए की ठगी की गई है।
जिनके विरुद्ध आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, असम, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश के कुल 32 शिकायतें नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पर दर्ज है। जिनके पास से छह मोबाइल, तीन पासबुक, सात चेक बुक, दो आधार कार्ड, 13 एटीएम कार्ड, तीन पैन कार्ड, चौधरी इंटरप्राइजेज फर्म की मोहर, मोटरसाइकिल सहित अन्य चीज बरामद हुई है। 3 दिन में 80 लाख रुपए की ठगी पकड़ में आई है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में यश प्रताप सिंह पुत्र संजय प्रताप सिंह निवासी सहतवार बलिया, यश आर्य पुत्र हरिशंकर आर्य निवासी हरी विहार कॉलोनी झांसी, हिमांशु शर्मा पुत्र कमल किशोर शर्मा निवासी मदाइन थाना बढपुरा इटावा, हिमांशु चौधरी पुत्र हरेंद्र चौधरी निवासी जगदीशपुर थाना अहमदगढ़ बुलंदशहर शामिल है। पकड़े गए सभी अभियुक्त की उम्र 23 से 25 वर्ष की है।