
Police arrested fake IAS with his partner इटावा पुलिस ने खुद को शामली का एसडीएम बताने वाले आईएएस को साथी के साथ गिरफ्तार किया है। जिनके पास से आईएएस का नियुक्त पत्र भी मिला है। कार में मजिस्ट्रेट और भारत सरकार भी लिखा हुआ था। दोनों बलरामपुर के रहने वाले हैं। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि बरामद आईएएस नियुक्ति पत्र फर्जी और पकड़े गए दोनों ही युवक लुटेरे हैं। जो एप के माध्यम से सवारी बुक कर उन्हें लूट लेते थे। इसी प्रकार की एक घटना करीब 7 दिन पहले हुई थी। वाहन चेकिंग के दौरान दोनों को गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। मामला सैफई थाना क्षेत्र का है।
उत्तर प्रदेश के इटावा के सैफई थाना क्षेत्र अंतर्गत हैवरा बाईपास पर पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान भारत सरकार और मजिस्ट्रेट लिखी कार मौके पर पहुंची। चेकिंग के दौरान कार सवार ने अपने आप को शामली का एसडीएम बताया और रौब जमाने लगे। शक होने पर पुलिस ने कार का निरीक्षण किया तो आईएस नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ। साथ में एक मोबाइल भी बरामद हुआ। जो लूट का था। कड़ाई से पूछताछ करने पर कार सवारों में अपना नाम अमर पांडे निवासी निवासी विन्होनी बेलवा बलरामपुर और रामदीन निवासी समदा कोतवाली देहात बलरामपुर बताया।
एसएसपी इटावा बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों युवक ब्ला-ब्ला एप के माध्यम से बुकिंग लेते थे और सवारियों को लूटकर रास्ते में छोड़ देते थे। आजमगढ़ डिघवनिया निवासी रामप्रवेश यादव ने सैफई थाना में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उसने बताया कि फिरोजाबाद जाने के लिए 10 जुलाई को कार की बुकिंग कराई थी। अमर पांडे और रामाधीन ने लखनऊ रामप्रवेश यादव को लेकर फिरोजाबाद के लिए निकला।
सैफई थाना क्षेत्र अंतर्गत लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर दोनों युवकों ने तमंचा दिखाकर उनसे 4500 रुपए और मोबाइल लूट लिया। सैफई पुलिस मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच कर रही थी। सैफई थाना क्षेत्र के हैवरा बाईपास पर पुलिस एसओजी के साथ रात में वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान दोनों को गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से लूट का मोबाइल, अवैध तमंचा और कारतूस की बरामद हुआ है। जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
Published on:
18 Jul 2025 08:13 am
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