Yogini Ekadashi Date: निर्जला एकादशी के बाद और देवशयनी एकादशी से पहले आने वाली एकादशी योगिनी एकादशी कहलाती है। यह भगवान विष्णु के पांचवे अवतार भगवान वामन की पूजा के लिए समर्पित है। यह व्रत उन लोगों के लिए विशेष है जो किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या से परेशान है। यह एकादशी आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष में जून-जुलाई महीने में पड़ती है। साल 2024 में योगिनी एकादशी कब है, योगिनी एकादशी का महत्व और पारण समय यहां जानें (Yogini Ekadashi importance Parana time) ।
आषाढ़ कृष्ण पक्ष एकादशी का प्रारंभः सोमवार 1 जुलाई 2024 को सुबह 10:26 बजे
आषाढ़ कृष्ण पक्ष एकादशी का समापनः मंगलवार 02 जुलाई 2024 को सुबह 08:42 बजे बजे
योगिनी एकादशी (उदया तिथि में): मंगलवार 2 जुलाई 2024 को
योगिनी एकादशी व्रत पारणः बुधवार 3 जुलाई को, पारण (व्रत तोड़ने का) समय - सुबह 05:39 बजे से सुबह 07:10 बजे तक
पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समयः बुधवार 3 जुलाई, सुबह 07:10 बजे
धृति योग : सुबह 11:17 बजे तक
त्रिपुष्कर योगः 2 जुलाई को सुबह 08:42 बजे से 3 जुलाई को सुबह 04:40 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योगः 2 जुलाई सुबह 05:38 बजे से 3 जुलाई सुबह 04:40 बजे तक
शूल ः 3 जुलाई सुबह 9.02 बजे तक (शुरुआत की 5 घटी अशुभ है)
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार योगिनी एकादशी का व्रत करने से सारे पाप कट जाते हैं। इसके प्रभाव से जीवन में सुख समृद्धि और आनंद की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि योगिनी एकादशी का व्रत करने से मृत्यु के बाद स्वर्गलोक की प्राप्ति होती है। योगिनी एकादशी तीनों लोकों में प्रसिद्ध है। यह माना जाता है कि योगिनी एकादशी का व्रत करना 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर है।