गाजीपुर

गंगा नदी के किनारे मृत मिली राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन पोस्टमार्टम के बाद खुलेगा राज

Ghazipur News : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में कालूपुर गांव के पास गंगा नदी के किनारे एक डॉल्फिन का शव मिला। वन विभाग की टीम ने डॉल्फिन को गंगा से बाहर निकाला कर डॉल्फिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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डाल्फिन का गंगा नदी में मिला शव, PC- Facebook

Ghazipur News : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में कालूपुर गांव के पास गंगा नदी के किनारे एक डॉल्फिन का शव मिला। डॉल्फिन का शव गंगा नदी के किनारे पड़ा देख स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन क्षेत्राधिकारी जेएसपी वर्मा अपनी टीम के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। वन विभाग की टीम ने डॉल्फिन को गंगा से बाहर निकाला कर डॉल्फिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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दम घुटने से मौत की आशंका

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया की मौत के कारणों को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन शुरुआती जांच में लग रहा है पानी में दम घुटने से मौत हो सकती है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण का पता चलेगा।

20 से 25 किमी प्रति घंटे होती है डॉल्फिन की रफ्तार

गाजीपुर के जिला वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि डॉल्फिन की मृत्यु गंगा के पानी में सांस न ले पाने कारण हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना रिपोर्ट के किसी भी नतीजे तक पहुंचना जल्दबाजी होगी। वन विभाग के अनुसार मरी हुई डॉल्फिन की लंबाई करीब 5 से 6 फीट थी। उसकी उम्र लगभग 25 साल और वजन करीब डेढ़ कुंटल के करीब होगा।

यह डॉल्फिन नदी में करीब 20 से 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है, नदी में करीब 20 फीट उंची छलांग भी लगा सकती है। केंद्र सरकार ने भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव भी घोषित किया है। गंगा नदी में डॉल्फिन की बढ़ती संख्या को देखते हुए मिशन क्लीन गंगा को सफलता का भी प्रतीक माना जाता है।

गंगा में हर 5 मिनट में दिखती है डॉल्फिन

वन विभाग की टीम यहां नियमित रूप से नाव से गश्त करती रहती है और अक्सर हर चार से पांच मिनट में डॉल्फिन को गंगा नदी में छलांग लगाते हुए देखा जाता है। गंगा नदी में डॉल्फिन की संख्या अच्छी मानी जाती है। वन विभाग द्वारा मछुआरों और स्थानीय ग्रामीणों को लगातार जागरूक कर रहा है। इसे स्थानीय रूप से जलपरी के नाम से भी जाना जाता है।और अभी वन विभाग की निगरानी में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है।

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Published on:
25 Dec 2025 08:00 pm
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