Braj Bhushan Saran Singh : भाजपा के कद्दावर नेता और कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी।
गोंडा: भाजपा के कद्दावर नेता और कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी। लोकसभा टिकट कटने को 'साजिश' बताते हुए उन्होंने 2029 में फिर चुनाव लड़ने का ऐलान किया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में न बुलाए जाने पर गहरा अफसोस जताया और अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए उनके 'एहसान' को कभी न भूलने की बात कही।
बृजभूषण ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रण न मिलने को 'धोखा' करार दिया। उन्होंने कहा, "एक जनप्रतिनिधि और सीनियर राजनेता होने के बावजूद मुझे न्योता नहीं दिया गया। इसका हमेशा दुख रहेगा। जब तक जिंदा हूं, इस बात का अफसोस रहेगा। दूसरी बार जब न्योता आया तो मैंने खुद हाथ जोड़कर मना कर दिया, क्योंकि मैं स्वाभिमान से समझौता नहीं कर सकता।'
उन्होंने तंज कसा कि राम जन्मभूमि आंदोलन में जिनका कोई योगदान नहीं था, उन्हें बुलाया गया और असली कारसेवकों को नजरअंदाज किया गया। 'हीरो-हीरोइन बुला लिए गए, उनका क्या योगदान था? क्या मंदिर निर्माण में हमसे या विनय कटियार से ज्यादा योगदान था उनका?' बृजभूषण ने कहा कि वे अब तक रामलला के दर्शन के लिए नहीं गए हैं। जब जाएंगे तो आम श्रद्धालु बनकर, लाइन में लगकर दर्शन करेंगे, पास या विशेष सुविधा के सहारे नहीं।
अपने ऊपर लगे आरोपों के कठिन दौर को याद करते हुए बृजभूषण ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'जब मैं खराब दौर से गुजर रहा था, तब अखिलेश यादव ने मेरे खिलाफ एक शब्द नहीं बोला। मैं उसका एहसान कभी नहीं भूलूंगा। जो एहसान भूल जाता है, उसे नर्क में भी जगह नहीं मिलती'
उन्होंने बताया कि उस समय मायावती, नीतीश कुमार और लालू यादव की पार्टी ने भी उनके खिलाफ बयान नहीं दिए, लेकिन अखिलेश मौन रहे, जो उनके लिए बड़ा समर्थन था।
राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए बृजभूषण ने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से उनके निशाने पर नहीं हैं, लेकिन जब राहुल सेना या सनातन धर्म पर सवाल उठाते हैं तो एक आम नागरिक के रूप में तकलीफ होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल के सलाहकार वामपंथी सोच के हैं, जो देश की मिट्टी से जुड़े नहीं हैं और ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो पाकिस्तान में पसंद किए जाते हैं।
लखनऊ में काम निकलवाने के लिए विधायकों के पैर छूने वाले अपने पुराने बयान पर बृजभूषण कायम रहे। उन्होंने कहा, 'आज भी विधायक अपने काम निकलवाने के लिए अधिकारियों के पैर छूते हैं। कुछ सजातीय होते हैं, कुछ उम्र में बड़े, तो पैर छू लिए जाते हैं।'
बृजभूषण ने बताया कि उनके यहां आयोजित होने वाली राष्ट्र कथा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रण दिया गया है। 'सीएम आएंगे या नहीं, यह उनका विषय है, लेकिन मेरा मन कहता है कि योगी जी आ सकते हैं।'
लोकसभा से हटाए जाने पर बृजभूषण ने कहा, 'मुझे जनता ने नहीं, बल्कि साजिश के तहत हटाया गया। मेरा कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था। मुझे बेइज्जत करके निकाला गया। अगर जिंदा रहा तो एक बार जरूर लोकसभा जाऊंगा। कोशिश रहेगी कि अपनी ही पार्टी (भाजपा) से जाऊं, लेकिन बाद में देखेंगे।'
उन्होंने स्पष्ट किया कि अपमान का घाव भरेंगे और जनता के बीच फिर जाएंगे। कहां से लड़ेंगे, यह जनता तय करेगी। अगर पार्टी बेटे को टिकट देती है तो वह लड़ेंगे, लेकिन उनका मन है कि खुद एक बार लोकसभा जाएं।