नेपाल में पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश और बैराजों से पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा और सरयू नदी ने फिर आंखें तरेर ली है। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक नदी खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कई गांव पर बाढ़ का खतरा करने लगा है।
नेपाल के पहाड़ी इलाकों लगातार में हो रही बारिश के कारण बैराजों से पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा और सरयू नदी पूरे उफान पर है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक शुक्रवार की सुबह घाघरा नदी खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जिससे कई गांव बाढ़ की जद में आ गए हैं। हालांकि नदी के आसपास के कई गांव के लोग पहले ही सुरक्षित ठिकानों पर चले गए।
यूपी के गोंडा जिले में घाघरा और सरयू नदी में बैराजों से पानी छोड़े जाने के बाद जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कर्नलगंज और तरबगंज तहसील के कुछ गांव पानी से पूरी तरह घिर चुके है। घाघरा का जलस्तर प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। शनिवार को कुछ और बढ़ोतरी होने की संभावना है। शुक्रवार की सुबह केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक गिरजा बैराज से 150636 शारदा बैराज से 146172 सरयू बैराज से 8262 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा नदी उफान पर है। बाढ़ का खतरा बढ़ने से प्रशासन करनैलगंज और तरबगंज तहसील में सक्रिय हो गया है। अधिकारी लगातार निगरानी कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील कर रहे हैं। फिर भी अभी ग्रामीणों को गांव में पानी घुसने का इंतजार है। घाघरा और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। बाढ़ चौकियां पहले से ही सक्रिय हैं। किसी भी संभावित बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने हर स्तर पर तैयारी कर ली है।