मरीजों को सुविधा देने के क्रम में एम्स गोरखपुर नया सिस्टम शुरू करने जा रहा है। अब पैथोलॉजी में खून और यूरिन की जांच रिपोर्ट सीधे मरीज के वाट्सअप पर आ जाएगा।
गोरखपुर एम्स लगातार अपने प्रयासों से मरीजों को नई नई सुविधाएं दे रहा है। एम्स में खून व पेशाब की जांच कराने वाले रोगियों के मोबाइल फोन नंबर पर रिपोर्ट मिलेगी। एम्स प्रशासन रोगियों की सुविधा के लिए यह सिस्टम बनाने में जुटा है। इसके साथ ही व्हाट्सएप नंबर पर रिपोर्ट का पीडीएफ भी भेजा जाएगा।
इस कदम से अब रोगियों को मेडिकल रिपोर्ट के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। यदि रोगी के पास रिपोर्ट की कॉपी नहीं होगी तो डॉक्टर इसे ही देखकर इलाज करेंगे। एम्स के डॉक्टरों ने खुद ही खून व पेशाब की जांच शुरू कर दी है। पहले से व्यवस्था दुरुस्त रखने का फायदा यह हुआ कि रोगियों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा।
बता दें कि एम्स गोरखपुर में हिंद पैथोलॉजी जब तक खून व पेशाब की जांच करती थी, रिपोर्ट के लिए रोगियों व उनके स्वजन को आयुष भवन जाना पड़ता था। रिपोर्ट लेकर दुबारा वापस OPD में आकर तब डॉक्टर को दिखाना पड़ता था। तीमारदारों के साथ ही मरीजों को भी दिक्कत उठानी पड़ती थी। अब OPD भवन के फर्स्ट व सेकंड फ्लोर पर ही रिपोर्ट मिलने से रोगियों को काफी लाभ हो रहा है। उनको बिना वजह भागदौड़ नहीं करनी पड़ रही है। बायोकेमिस्ट्री विभाग की दो सौ रुपये तक की जांच मुफ्त होने से रोगियों को आर्थिक फायदा भी हो रहा है। साथ ही एम्स में पेपरलेस काम की दिशा में भी प्रगति होगी।
कार्यकारी निदेशक ने बताया कि एम्स कई मेडिकल की जांच के बाद अब अन्य विभागों की जांच का रेट भी कम करने की तैयारी में है। इसके लिए लिस्ट फाइनल करने का काम चल रहा है। रेट तय करने के बाद HOD के साथ समीक्षा किया जाएगा। साथ ही चेयरमैन पद्मश्री डॉ. हेमंत कुमार की भी अनुमति ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पीडीएफ से पेपरलेस काम को भी बढ़ावा मिलेगा साथ ही मरीज और तीमारदारों को भी काफी सहूलियत होगी।